गांधीनगर, 03 दिसंबर (वार्ता) केन्द्रीय सड़क परिवहन-राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को गुजरात के गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में राज्य के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की उपस्थिति में 82वें ‘ एनुअल इंडियन रोड कांग्रेस’ अधिवेशन का शुभारंभ किया और गुजरात को कुल 2000 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की भेंट दी।
श्री गडकरी ने इस अवसर पर कहा कि सिविल इंजीनियर आधुनिक भारत के निर्माता ‘विश्वकर्मा’ हैं। उनके द्वारा निर्मित सड़कों समेत विकास कार्यों को आने वाली पीढ़ियां हमेशा याद रखेंगी। इंजीनियरों द्वारा किए गए श्रेष्ठ कार्य ही आपका सबसे बड़ा अवार्ड है। देश के लिए अच्छी सड़कें, डिज़ाइन और उत्तम बुनियादी ढाँचा बनाने का सौभाग्य आज के सिविल इंजीनियरों के हाथ में है, जिसे आप सभी निष्ठा से कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण के क्षेत्र में लागत प्रभावी(कोस्ट इफेक्टिव), वैकल्पिक सामग्री विकल्प( अल्टरनेटिव मैटेरियल ऑप्शन), पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण संरक्षण (इकोलॉजिकल एंड एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन) और समय प्रबंधन (टाइम मैनेजमेंट) महत्वपूर्ण चार चीजें हैं। इन चारों चीजों में तालमेल के अभाव के कारण रोड प्रोजेक्ट में विलंब होता है, जिससे कारण सरकार और कंपनियों को करोड़ों रुपए का नुकसान होता है।
उन्होंने इस संबंध में मुंबई का उदाहरण दिया और कहा कि मुंबई में फ्लाई ओवर का काम करने वाली कंपनियों को ऑफर दिया गया था कि अगर वे समय अवधि से पहले काम पूरा करते हैं तो उन्हें एक लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा और एक दिन का विलंब होने पर 1.5 लाख का दंड लिया जाएगा। अच्छे उद्देश्य से किए गए कार्यों में भूल हो तो क्षमा योग्य हैं, लेकिन बुरे इरादे से किए गए कार्य कभी भी क्षमा योग्य नहीं होते। भारत सरकार के पास विकास कार्य करने के लिए धन की कोई कमी नहीं है, इसलिए यह आवश्यक है कि सभी कार्य समय सीमा से पहले पूर्ण किए जाएं।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार ने अहमदाबाद-धोलेरा राजमार्ग के निर्माण में लाखों टन प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग करके एक इकोलॉजिकल पर्यावरण का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया है। पर्यावरण को नष्ट कर विकास करना योग्य नहीं है। नई सड़क बनाने के लिए वृक्षों को काटने से बेहतर होगा कि उन्हें सही जगह पर ट्रांसप्लांट किया जाए। हमें भारत में नए आयामों के लिए युवाओं को अधिक प्रोत्साहित करना होगा, तभी हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर सकेंगे। सड़क के कार्यों में गुणवत्ता के लिए टेक्नोलॉजी का अधिकतम उपयोग करना पड़ेगा तभी हम देश को उत्तम सड़के दे पाएंगे।
श्री गडकरी ने आगे कहा कि जहां भारत आज हर क्षेत्र में उन्नत टेक्नोलॉजी को बहुत महत्व दे रहा है, वहीं सड़क निर्माण क्षेत्र में भी इनोवेटिव टेक्नोलॉजी और विशेष रूप से गुणवत्ता को प्राथमिकता देना बहुत जरूरी है। आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने और भारत को पांच ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने के लिए वैश्विक स्तर पर हो रही बेस्ट प्रैक्टिस से प्रेरणा लेकर इस क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और इनोवेटिव विचारों को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।
उन्होंने देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क निर्माण इंजीनियरिंग पर अधिक ध्यान देने का अनुरोध किया। उन्होंने देश की विकास दर को बढ़ावा देने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल का उपयोग करने पर भी जोर दिया। महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के गांवों तक रोड कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए सबसे अधिक बजट खर्च किया है और इसकी भरपाई के लिए मुंबई में सड़क का कार्य पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से पूरा किया गया।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण के क्षेत्र में भी इनोवेटिव मॉडलों के माध्यम से रेवेन्यू जेनरेट किया जा सकता है। उन्होंने 82वें एनुअल रोड कांग्रेस के सफल आयोजन के लिए सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उन्होंने सेंट्रल रोड फंड-सीआरएफ के अंतर्गत 1,000 करोड़ रुपए सहित सेतु भारत के अंतर्गत 1,000 करोड़ रुपए, इस प्रकार गुजरात को कुल 2000 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की भेंट दी।
अनिल,सैनी
वार्ता