नयी दिल्ली, 16 जनवरी (वार्ता) कुष्ठ उन्मूलन से संबंधित विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सद्भावना दूत योहेई सासाकावा को वर्ष 2018 तथा एकल अभियान ट्रस्ट को 2017 के लिए प्रतिष्ठित गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किया जायेगा।
इसके अलावा अक्षय पात्र फाउंडेशन तथा सुलभ इंटरनेशनल को संयुक्त रूप से वर्ष 2016 तथा विवेकानन्द केंद्र (कन्याकुमारी) को 2015 के लिए इस पुरस्कार से नवाजा जायेगा।
संस्कृति मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली पुरस्कार चयन समिति ने बुधवार को यहां आयोजित बैठक में विस्तृत विचार विमर्श के बाद सर्वसम्मति से श्री सासाकावा एवं इन चार प्रतिष्ठानों को पुरस्कार के लिए चयनित किया। समिति के अन्य सदस्यों में उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, लोकसभा में सबसे बड़े विपक्षी दल कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे तथा वरिष्ठ लोकसभा सदस्य लालकृष्ण आडवाणी शामिल थे।
श्री सासाकावा को भारत तथा अन्य देशों में कुष्ठ उन्मूलन के क्षेत्र में तथा एकल अभियान ट्रस्ट को देश के दूरदराज के ग्रामीण एवं आदिवासी इलाकों में बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने, ग्रामीण सशक्तीकरण तथा लैंगिक एवं सामाजिक समानता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए इस पुरस्कार के वास्ते चुना गया।
अक्षय पात्र फाउंडेशन को देश भर में लाखों बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने तथा सुलभ इंटरनेशनल को स्वच्छता बढ़ाने तथा सिर पर मैला ढोने की प्रथा समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। विवेकानन्द केंद्र को ग्रामीण विकास, शिक्षा तथा प्राकृतिक संसाधनों के विकास में योगदान के लिए चुना गया है।
वर्ष 1995 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 125वीं जयंती पर स्थापित इस पुरस्कार में एक करोड़ रुपये की राशि तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। पिछले चार वर्षों से यह पुरस्कार घोषित नहीं किया गया था।
सुरेश उनियाल
वार्ता