जयपुर 28 जून (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार के अग्निपथ योजना को अचानक लाने को चिंताजनक बताते हुए कहा है कि उन्हें इस बात का संतोष हैं कि इसके विरोध में राज्य में किए गए धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्वक हुए जो अच्छी बात हैं।
श्री गहलोत ने राजीव गांधी यूथ एक्सीलेंस सेंटर के शिलान्यास के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि अग्निपथ याेजना को लेकर पूरे देश में युवाओं में बहुत ही आक्रोश हैं। चार साल बाद युवा क्या करेंगा, इसमें न पेंशन है और न कोई ग्रेच्युटी हैं। इस योजना को लाने से पहले न संसद में इस चर्चा हुई और न सेना के सेवानिवृत अधिकारियों आदि से कोई चर्चा की गई। इस पर चर्चा होनी चाहिए थी लेकिन पता नहीं यह फैसला क्यों किया गया और अचानक इसकी भर्ती भी शुरु कर दी गई हैं जो चिंता की बात होनी चाहिए लेकिन संतोष हैं कि इसके खिलाफ किए गए धरना एवं प्रदर्शन शांतिपूर्वक किये गए , यह अच्छी बात हैं। हिंसा की जगह लोकतंत्र में कहीं नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आगजनी एवं हिस्सा नहीं होती है, राजस्थान में जो संस्कृति है उसका असर पड़ता ही पड़ता है कि प्रदेश में शांतिपूर्वक धरने प्रदर्शन हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि धु्र्वीकरण एवं हिंसा होती हैं वे लोकतंत्र में स्वीकार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में उनकी सरकार कई जनहित की योजनाओं के माध्यम से बहुत अच्छा काम कर रही है और जब तक वह मुख्यमंत्री हैं, उनका एक क्षण जिंदगी का गरीब, गांव, किसान, पिछड़े, दलित जो अंतिम पंक्ति में खडा है उसकी सेवा करने का प्रयास रहेगा।
जोरा
वार्ता