राजसमंद 22 सितंबर (वार्ता) राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इसके दलितों के प्रति नजरिये से लगता है कि दलित उत्पीड़न का निराकरण इसकी प्राथमिकता नहीं हैl
डा पूनियां ने राजसमंद जिले के कुंभलगढ़ में राज्य की बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था को लेकर मीडिया से आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पहली बार ऐसी सरकार देखी है, जिसका इकबाल खत्म हो गया है, ऐसे हालात प्रदेश के बने हुए हैं जहां कोई भी सुरक्षित नहीं हैl
उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के ढाई वर्षों में प्रदेश में जो परिस्थितियां बनी हैं उसमें 5.50 लाख से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। दलितों के प्रति राज्य की कांग्रेस सरकार का जो नजरिया है, उसे लगता है कि दलित उत्पीड़न का निराकरण इस सरकार की प्राथमिकता में नहीं हैl
उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग को लेकर राज्य सरकार कानून तो लेकर आई, लेकिन उसे प्रभावी रूप से लागू नहीं करके, उसमें भी तुष्टीकरण करती हैl उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की मॉब लिंचिंग की परिभाषा अलग-अलग हैंl पहलू खान के बारे में तो श्री गहलोत, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी चिंता करते हैं, हाथरस की चिंता करते हैं, लेकिन झालावाड़ के कृष्णा बाल्मीकि की चिंता नहीं करते। इसी तरह अलवर में हरीश जाटव की मॉब लिंचिंग में हत्या कर दी गई, उनकी चिंता नहीं करते और अब योगेश जाटव की कोई चिंता नहीं की, ना ही पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए अशोक गहलोत सरकार प्रयास कर रही हैl
उन्होंने कहा कि योगेश जाटव के परिजनों की मांगों पर सरकार को विचार कर जल्द उन्हें पूरा करना चाहिए, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, उचित मुआवजा दिया जाए और हत्यारों की जल्द गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी सजा दी जाएl
जोरा
वार्ता