राज्य » राजस्थानPosted at: Dec 29 2019 10:47PM भाजपा की हवा बदलने में माहिर साबित हुए गहलोत
जयपुर, 29 दिसम्बर (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद न केवल स्थानीय निकाय चुनाव एवं उपचुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त देने बल्कि हिन्दुत्व की आंधी रोकते हुए धर्मनिरपेक्षता का माहौल बनाने में कामयाब रहे।
श्री गहलोत ने मॉब लिचिंग एवं ऑनर किलिंग कानून बनाकर शुरुआत में ही अपनी राजनीति की दिशा के संकेत दे दिये थे, तथा बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा नेताओं के बयानो का डटकर जवाब दिया।
नागरिकता कानून को लेकर भी प्रदेश में शांति एवं सौहार्द नहीं बिगड़ने दिया तथा विपक्षी दलों के साथ रैली निकालकर केंद्र सरकार एवं भाजपा के सामने खम ठोक दिया।
भाजपा शासन में पहलू खान की पिटाई से हुई मौत के जिम्मेदार लोगों को न्यायालय के बरी करने के फैसले के बाद गायों की तस्करी के मामले में हिंसक माहौल बन गया था। गहलोत सरकार के आने के बाद मॉब लिचिंग कानून बनाया गया तथा पहलू खान मामले की दुबारा जांच कराई गयी। यह राज्य में अल्पसंख्यकों को भरोसा दिलाने के कदम के रूप में देखा जा रहा है। इसी तरह युवाओं के प्रेम प्रसंग मामलों में परिजनों द्वारा सम्मान के नाम पर हत्या करने की घटनाओं को रोकने के लिये भी ऑनर किलिंग कानून बनाया गया। हालांकि ये दोनों कानून राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के इंतजार में हैं।
पारीक सुनील
जारी वार्ता