जयपुर 31 जुलाई (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर आज उन्हें याद किया।
इस अवसर पर श्री गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए श्री प्रेमचंद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अपने प्रसिद्ध उपन्यासों से उन्होंने मानव जीवन की बारीकियों और संघर्षों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। उनकी कालजयी रचनायें सदा प्रासंगिक रहेंगी।
इसी तरह विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी ने भी उन्हें याद किया और कहा कि आधुनिक भारत के शीर्षस्थ साहित्यकार, उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद को उनकी जयंती पर शत-शत नमन।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी हिन्दी के युग साहित्यकार मुंशी प्रेमचन्द को नमन करते हुए कहा कि आंचलिक पात्रों की व्यथा से लेकर अंतर्राष्ट्रीय साम्राज्यवाद तक तथा मनुष्यता एवं संवेदना तक सभी विषयों पर निर्बाध कलम चलाने वाले प्रेमचंद की रचनाएं आज भी भारतीय समाज का आईना हैं। उन्होंने कहा “मुझे जब भी किताबों के माध्यम से अक्षरशः समाज को पढ़ना होता है तो मैं उनकी गोदान, कर्मभूमि, निर्मला, शंखनाद, सेवा सदन, रंगभूमि व वरदान जैसी कृतियां जरूर पढ़ती हूं। मुंशीजी के शब्दों में वास्तव में पूर्ण हिन्दी और विस्तृत हिन्दुस्तान बसता है।”
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने भी मुंशी प्रेमचंद को नमन किया। पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट
ने उन्हें नमन करते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद अपनी रचनाओं के माध्यम से किसान, मजदूर, कमजोर एवं शोषित वर्ग की आवाज को मुख्यधारा में स्थान दिलाने वाले हिंदी साहित्य के महान लेखक थे। इस मौके भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने भी उन्हें नमन किया।
जोरा
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