BusinessPosted at: Dec 18 2016 11:44AM सोने की चमक अभी रहेगी फीकी
नयी दिल्ली 18 दिसंबर (वार्ता) अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में बढोतरी करने से वैश्विक स्तर पर पीली धातु की चमक फीकी पड़ने का दवाब घरेलू बाजार भी देखा जायेगा जिससे इस महीने के अंत तक सोना 27 हजार रुपये से नीचे उतार सकता है। विश्लेषकों का कहना है कि नोटबंदी के कारण घरेलू मांग पहले से ही कमजोर है और अब फेडरल रिजर्व की घोषणा से सोना पर अधिक दवाब बनेगा। आम्रपाली आद्यया ट्रेडिंग एंड इन्वेस्टमेंट के निदेशक एवं शोध प्रमुख अवनीश कुमार सुधांशु ने कहा कि फेड रिजर्व की घोषणा से पश्चिमी देशों विशेषकर अमेरिका में लोग गोल्ड ईटीएफ से निकासी कर डॉलर में निवेश करने लगे हैं जिससे पीली धातु पर दवाब बना है। उन्होंने कहा कि वैवाहिक सीजन होने के बावजूद नोटबंदी के कारण घरेलू बाजार में मांग कमजोर है। उठाव नहीं होने से इस पर पहले से ही दवाब है और अब फेड रिजर्व की घोषणा का भी असर होगा और अगले कुछ सप्ताहों तक इसकी कीमतों में नरमी का रूख बना रह सकता है। अगले सप्ताह में सोना 27500 रुपये तक आ सकता है और इस महीने के अंत तक यह इससे भी नीचे उतर सकता है। शेखर अर्चना वार्ता