भोपाल, 08 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिख कर उनसे विधानसभा के बजट सत्र की अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया है।
पत्र में श्री भार्गव ने लिखा है कि विधानसभा का बजट सत्र आठ से 26 जुलाई तक आहूत किया गया है। इसमें विधानसभा की कुल 15 बैठकें संपन्न होगी। उन्होंने लिखा है कि पूर्व में संपन्न बजट सत्रों की समयावधि कम से कम पांच सप्ताह (करीब 25 बैठकें) रखी जाती रही है। इसके साथ ही उन्होंने वर्ष 2001 से अब तक के बजट सत्रों की अवधि भी बताई है।
श्री भार्गव ने लिखा है कि इन वर्षों के बजट सत्रों में 100 घंटे से अधिक तक की चर्चा हुई है। मौजूदा पन्द्रहवीं विधानसभा गठन के बाद सिर्फ दो लघु सत्र संपन्न हुए हैं, जबकि इस विधानसभा को गठित हुए छह महीने की समयावधि पूर्ण हो चुकी है। उन्होंने दावा किया कि इस अवधि में प्रदेश में अनेक ज्वलंत समस्याएं उत्पन्न हुईं हैं, किन्तु उनके बार-बार आग्रह के बावजूद विस्तृत सत्र बुलाकर चर्चा नहीं कराई गई।
श्री भार्गव ने ये भी आरोप लगाया कि पूर्व की सरकारों में सत्र की तिथियां और समयावधि प्रतिपक्ष से चर्चा के बाद ही तय किए जाने की परंपरा थी, लेकिन राज्य सरकार इस परंपरा का पालन नहीं कर रही।
उन्होंने श्री कमलनाथ से अनुरोध किया कि बजट सत्र की कार्यवाही की अवधि बढ़ाकर कम से कम पांच सप्ताह की जाए।