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सरकार और समाज मिलकर लड़ें कोरोना से-शिवराज

सरकार और समाज मिलकर लड़ें कोरोना से-शिवराज

भोपाल, 10 अप्रैल (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जब तक कोरोना पूरी तरह नियंत्रित नहीं होता, सरकार और समाज को मिलकर लड़ना होगा। जन सहयोग से ही इस संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है।

श्री शिवराज सिंह चौहान आज मंत्रालय से वीडियो कांफ्रेंस द्वारा जिलों के क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप्स के सदस्यों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी, अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। कई बार कमी की खबरों के संदर्भ में संग्रहण की प्रवृति बढ़ जाती है। कालाबाजारी और संग्रहण पर कठोर कार्यवाई की जाएगी। वर्तमान में 180 लाख में टन उपलब्धता है। आज गुजरात के मुख्यमंत्री से भी मध्यप्रदेश के लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए चर्चा की है। नब्बे प्रतिशत ऑक्सीजन अस्पतालों के लिए सुरक्षित कर दी गई है। उद्योगों को दस प्रतिशत ऑक्सीजन ही दी जायेगी। कोरोना संक्रमित रोगियों के लिए प्राथमिकता से आक्सीजन की व्यवस्था रहेगी। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में सीटी स्केन की व्यवस्था जल्द से जल्द की जा रही है।

श्री चौहान ने कहा कि कोरोना नियंत्रित करने के लिए तीन दिशाओं में कार्य किया जा रहा। जन-जागरूकता द्वारा फेस मास्क के उपयोग, उचित दूरी, बार-बार हाथ धोने जैसे व्यवहार को प्रोत्साहित किया जा रहा है। दूसरा रोगी के बेहतर उपचार एवं देखभाल के लिए हर संभव व्यवस्था स्थापित की जा रही है। साथ ही प्रदेश में वेक्सीनेशन को गति दी जा रही है।

राज्य में ऑक्सीजन व्यवस्था के लिए समीक्षा की जा रही है। एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया गया है। श्री पी नरहरि को इसका प्रभारी बनाया गया है। प्रतिदिन मध्यप्रदेश के एमएसएमई सेक्टर द्वारा आक्सीजन उत्पादन के साथ अन्य प्रांतों से आक्सीजन बुलवाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु वाले प्रत्येक व्यक्ति को वेक्सीन लगवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी नागरिक प्रदेश में जन-जागरण में सहयोग दें। आम नागरिकों द्वारा कोविड के दृष्टिगत अनुकूल व्यवहार की अपेक्षा है। आमजन से आग्रह है कि लोग घरों से अनावश्यक रूप से न निकले और संक्रमण रोकने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि मैं भी संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य आग्रह पर बैठा था। अनेक वालेंटियर्स इस कार्य में साथ दे रहे हैं। अस्पतालों में भी अनेक वारियर्स कठिन हालातों में जुटे हुए हैं। इनका सम्मान किया जाएगा।

श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 11 अप्रैल ज्योतिबा फुले जयंती से 14 अप्रैल डॉ. अंबेडकर जयंती तक टीका उत्सव रहेगा। इसके लिए तैयारियाँ पूरी की जाएं। कोविड परिस्थितियों पर सब गंभीर रहे। जन-प्रतिनिधि जनता को मास्क के उपयोग की समझाइश दें। इस क्षेत्र में कार्य कर रहे वालेंटियर्स सक्रिय हैं। अनेक स्वैच्छिक संगठन भी कार्य कर रहे हैं।

श्री चौहान ने कहा कि बैतूल, छिन्दवाड़ा, बड़वानी, खरगोन, अलीराजपुर और झाबुआ जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण अधिक फैल रहा है। यहाँ किल कोरोना II अभियान शुरू किया जायेगा। इसके अंतर्गत ग्राम स्तर पर सर्वे कर प्रभावित व्यक्तियों की जाँच और इलाज की व्यवस्था होगी।

श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में बिस्तर क्षमता बढ़ाई जा रही है। प्रत्येक जिले में सीसीसी ज्यादा सक्षम बनाए जा रहे हैं। इस माह के अंत तक अधिक से अधिक एक लाख केस भी आ जाएं, उसके अनुरूप इंतजाम किये जा रहे हैं। करीब एक लाख इंजेक्शन की व्यवस्था कर आपूर्ति प्रारंभ हो चुकी है। भारत सरकार से अतिरिक्त वेंटिलेटर मिल रहे हैं। निजी अस्पतालों से अनुबंध कर रोगियों के लिए व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं।

अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने प्रेजेंटेशन में बताया कि कल प्रदेश में करीब पाँच हजार केस आए हैं, जो चिंतनीय है। देश में करीब डेढ़ लाख केस आए हैं। कुल पॉजिटिव प्रकरण वाले 66 प्रतिशत रोगी आइसोलेशन व्यवस्था में हैं। प्रदेश में सक्रिय केस 32 हजार 707 हैं। जहाँ तक बेड ऑक्यूपेंसी की बात है, प्रदेश में कुल 34 प्रतिशत रोगी अस्पतालों में दाखिल हैं। प्रदेश में सामान्य बेड का 8 प्रतिशत रोगियों द्वारा उपयोग हो रहा है। ऑक्सीजन बेड 18 प्रतिशत और आईसीयू बेड 8 प्रतिशत ही उपयोग में आ रहे हैं।

श्री चौहान ने कहा कि निजी अस्पतालों में जाँच की दरें निर्धारित कर दी गई हैं। निजी अस्पतालों द्वारा तय की गई दरों को अस्पताल में प्रमुख स्थान पर प्रदर्शित करना आवश्यक किया गया है। जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि जनता से तय राशि से अधिक वसूली न हो। राज्य स्तर से हास्पिटल एडमिशन प्रोटोकॉल भी जारी किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों के आपदा प्रबंधन समूह स्थानीय परिस्थियों का आकलन कर लॉकडाउन की अवधि और स्वरूप के संबंध में निर्णय लें।

श्री चौहान द्वारा क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों के साथ वर्चुअली हुए इस संवाद में जिले के समूहों से कई सुझाव भी प्राप्त हुए। इंदौर से लॉकडाउन बढ़ाने और किराना, दूध, सब्जी और किराना दुकानों का समय प्रात: 7 बजे से 10 बजे तक करने का सुझाव प्राप्त हुआ। जबलपुर, उज्जैन, देवास आदि से भी इस आशय का सुझाव प्राप्त हुआ। ग्वालियर के आपदा प्रबंधन समूह ने बाजार को प्रात: 9 से शाम 6 बजे तक खोलने, विवाह समारोह में रात्रि भोज के स्थान पर लंच आयोजित करने, विवाह में अतिथियों की संख्या 250 तक सीमित रखने जैसे सुझाव दिये।

श्री चौहान ने बड़वानी के समूह से लॉकडाउन बढ़ाने और महाराष्ट्र से आ रहे श्रमिकों के संबंध में चर्चा के बाद निर्देश दिये कि महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश की सीमा पर पहुँचने वाले श्रमिकों को उनके गाँवों तक पहुँचाने के लिए वाहन की व्यवस्था की जाए। साथ ही ग्राम स्तर पर उनके आइसोलेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करें।

गुना और शाजापुर के समूह ने जानकारी दी कि मरीजों की संख्या में कमी आना शुरू हुई है। इसी प्रकार बुरहानपुर के समूह ने जानकारी दी कि रेडक्रास के माध्यम से रेमडिसीवर इंजेक्शन की व्यवस्था कर ली गई है। इससे कई मरीजों को राहत मिली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बुरहानपुर के समूह को बधाई देते हुए पहल को अनुकरणीय बताया।

नरसिंहपुर के आपदा प्रबंधन समूह ने ग्रामीण क्षेत्र में भी लॉकडाउन की आवश्यकता बताई। छिंदवाड़ा में विकास खण्ड स्तर पर कोविड केयर सेंटर खोलने, अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए वीडियो कालिंग सुविधा देने की आवश्यकता बताई। रीवा में कोरोना संबंधी सावधानियों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए अधिक पुलिस बल उपलब्ध कराने, विदिशा में नवरात्रि पर्व और विवाह समारोह में भीड़ को नियंत्रित करने के संबंध में सुझाव प्राप्त हुए। शिवपुरी से धार्मिक स्थलों में टीकाकरण की व्यवस्था संबंधी सुझाव प्राप्त हुए। रायसेन के समूह ने धार्मिक कथा और कलश यात्रा में भीड़ कम करने के लिए आवश्यक उपाय करने और मंदसौर में आयुष चिकित्सकों की सेवाएँ लेने जैसे सुझाव रखे।

नाग

वार्ता

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