भारतPosted at: Nov 11 2018 2:37PM दिव्यांगों के कल्याण के लिए सरकार प्रतिबद्ध: गहलोत
नयी दिल्ली, 11 नवंबर (वार्ता) केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने दिव्यांगों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए रविवार को कहा कि उनकी आजीविका के लिए कौशल विकास और संबंधित बुनियादी ढ़ांचे का निर्माण किया जा रहा है।
श्री गहलोत ने दिव्यांग युवाओं की क्षमता निर्माण के लिए यहां आयोजित वैश्विक (सूचना प्रौद्योगिकी) आईटी प्रतिस्पर्धा के पुरस्कार समारोह में कहा कि सरकार ने दिव्यांगों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई है और कार्यक्रम शुरू किये हैं। इस अवसर पर मंत्रालय में सचिव शंकुतला डी गेमलिन और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के प्रबंध निदेशक किम की वान ने भी मौजूद थे। प्रतिस्पर्धा का आयोजन दक्षिण कोरिया सरकार और रिहैबिलिटेशन इंटरनेशनल (आरआई) के सहयोग से किया गया था। श्री गहलोत ने प्रतिस्पर्धा में विजेता युवाओं को पुरस्कृत भी किया।
श्री गहलोत ने दिव्यांग युवाओं की आईटी तक पहुंच को बेहतर बनाने की आवश्यकता पर बल दिया जिससे वे अन्य युवाओं के समान ही समाज की गतिविधियों में भाग ले सके। उन्होंने कहा कि दिव्यांग युवाओं में आईटी कौशल को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण और समावेश के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आईटी प्रौद्योगिकी के उपयोग से उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे है।
श्रीमती गेमलिन ने कहा कि संचार और सूचना प्रौद्योगिकी दिव्यांगजनों तक सूचना प्रौद्योगिकी के लाभ को पहुंचाने का प्राथमिक माध्यम है। आज हमारे पास सैकड़ों अनुप्रयोग और सॉफ्टवेयर है जिनका उपयोग दिव्यांगजनों के जीवन कौशल को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है। इसकी सहायता से वे सम्मान का जीवन जी सकते है। आईटी के उपयोग से डिजिटल अंतर में कमी आएगी और दिव्यांगजनों के सामाजिक समावेश का विस्तार होगा। इसके लिए वैश्विक सूचना नेटवर्क बनाया जाना चाहिए। सॉफ्टवेयर विकास के क्षेत्र में भारत पूरी दुनिया में अग्रणी देश रहा है। दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए आईसीटी के अनुप्रयोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। सरकार इस दिशा में प्रयास कर रही है।
सत्या
जारी वार्ता