राज्यPosted at: Nov 16 2020 9:48PM युद्ध में जब्त सामग्री अगरतला से स्थानांतरित करने पर सरकार की आलोचना
अगरतला, 16 नवंबर (वार्ता) त्रिपुरा सरकार को 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान जब्त किये गये एक टैंक और तोपखाने की बंदूक को अगरतला स्थित चौमुहानी डाकघर से लिचुबगन के अलबर्ट एक्का वाॅर मेमोरियल में स्थानंतरित करने के बाद कड़ी आलोचनाओं को सामना करना पड़ रहा है।
राजनीतिक दलों के अलावा शहर के बुद्धिजीवी और आम लोग भी सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए आरोप लगाया है कि सरकार त्रिपुरा के इतिहास को मिटाने के लिए सोच-समझकर कदम उठा रही है।
जिला प्रशासन ने इस तरह के आरोपों का खंडन करते हुये दावा किया कि टैंक और ताेपखाने की बंदूक को स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत ऐतिहासिक सामानों की सुरक्षा के उद्देश्य से दूसरे जगह स्थानांतरित किया गया है।
पश्चिम त्रिपुरा जिला मजिस्ट्रेट एवं अगरतला स्मार्ट सिटी परियोजना के सीईओ डॉ शैलेष कुमार यादव ने कहा कि लिचुबगन में भारतीय सेना का एक छोटा युद्ध स्मारक है जिसे हाल ही में 1971 के युद्ध में शहीद होने वाले लांस नायक अल्बर्ट एक्का को समर्पित किया गया है। अल्बर्ट एक्का को परम वीर चक्र से सम्मानित किया गया है।
प्रियंका आशा
वार्ता