नयी दिल्ली 08 जनवरी (वार्ता) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान नेताओं और सरकार के बीच हुई बैठक असफल रहने पर कहा कि सरकार की नियत साफ नहीं है और वह बैठक दर बैठक की रणनीति अपना कर किसानों को गुमराह कर रही है।
श्री गांधी ने सरकार तथा किसानों के बीच शुक्रवार को हुई आठवीं दौर की बैठक विफल रहने और अगली वार्ता 15 जनवरी निश्चित किए जाने के बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा,“नीयत साफ़ नहीं है जिनकी, तारीख़ पे तारीख़ देना स्ट्रैटेजी है उनकी।”
इससे पहले कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सरकार किसानों की समस्या के समाधान के लिए गंभीर नही है और बार-बार बैठक आयोजित कर उन्हें थकाना चाहती है लेकिन उसे यह समझ लेना चाहिए कि किसान उसके खेल में उलझ कर थकने वाला नहीं है। सरकार किसानों की मांग पर विचार करने की बजाय उन्हें सिर्फ बैठक-बैठक के खेल में उलझाए रखना चाहती है।
श्री सुरजेवाला ने कहा,“मोदी सरकार भारत के इतिहास में सबसे अमानवीय, अहंकारी और निष्ठुर साबित हुई है। उसे ना ठंड में रोज़ाना दम तोड़ते किसान नज़र आ रहे हैं और ना ठप्प होती अर्थव्यवस्था।”
उन्होंने कहा,“किसानों के साथ बैठक-बैठक खेलकर वह अन्नदाता को थकाने की कोशिश कर रही है। पर किसान न थकेगा, न झुकेगा, न रुकेगा।”
अभिनव.संजय
वार्ता