नयी दिल्ली, 04 जनवरी (वार्ता) पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय की एअरलाइन संचालक कंपनियों के साथ मिलकर सागरमाला सीप्लेन सेवा के तहत देश के विभिन्न मार्गों पर सीप्लेन चलाने की योजना है।
मंत्रालय ने सोमवार को इसे क्रांतिकारी योजना बताया और कहा कि इससे देश भर में लोगों का एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा करने के समय में कमी आएगी और यात्री सुविधाजनक स्थिति में आराम से अपने गंतवय तक पहुंच सकेंगे।
सरकार का कहना है कि सीप्लेन योजना के तहत कई मार्गों की पहचान की जा चुकी है और कई अन्य रूटों की पहचान का काम चल रहा है। सीप्लेन सेवाओं का काम देखने के लिए मंत्रालय ने सांगरमाला विकास कंपनी लिमिटेड का गठन किया गया है और उसी के माघ्यम से इन संवाओं का संचालन किया जाएगा।
मंत्रालय के अनुसार सीप्लेन योजना के तहत प्रस्तावित मार्गों में अंदमान और निकोबार के विभिन्न द्वीप और लक्षद्वीप, गुवाहाटी नदी तट से असम के उमरानसो जलाशय, दिल्ली में यमुना नदी से अयोध्या तक, उत्तराखंड में टिहरी बांध जलाशय से श्रीनगर बांध जलाशय तक, चंडीगढ से पंजाब तथा हिमाचल के कई पर्यटन स्थलों तक, मुंबई हब से शिर्डी, लोनावाला, गणपतिपुले, द्वारिका आदि स्थान शामिल हैं।
गौरतलब है कि केवडिया तथा साबरमती के बीच यह सेवा संचालित हो रही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत वर्ष 31 अक्टूबर को गुजरात के साबरमती में देश की इस पहली सेवा की शुरुआत की थी।
अभिनव आशा
वार्ता