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स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री योगी

स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की प्राथमिकता : मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, 05 नवंबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवाार को कहा कि स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सरकार बेहतरीन हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर दे रही है। बीमारी का सिर्फ इलाज ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि बीमारी के मूल कारणों का भी पता लगाना होगा, ताकि उसे पनपने से ही रोका जा सके।

योगी ने गोरखपुर में बीआरडी मेडिकल कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह के अवसर पर स्वर्ण जयंती द्वार का लोकार्पण तथा फार्मेसी एवं नर्सिंग कॉलेज के लिए 100 कमरों के बहुमंजिला डबल सीटेड छात्रावास का शिलान्यास किया। उन्होंने एक स्मारिका का विमोचन भी किया और चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रथम बैच के पुरातन छात्रों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के विकास से सम्बन्धित सूचना विभाग की लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।

समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य की रक्षा सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए सरकार बेहतरीन हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर दे रही है। बीमारी का सिर्फ इलाज ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि हमें बीमारी के मूल कारणों का भी पता लगाना होगा, ताकि उसे पनपने से ही रोका जा सके। इस सन्दर्भ में चिकित्सकों और चिकित्सा शिक्षकों की जिम्मेदारी बनती है कि वह इलाज करने के साथ ही शोध-अनुसंधान को बढ़ावा दें। सरकार इस दिशा में किसी भी तरह की कमी नहीं होने देगी।

मुख्यमंत्री ने इंसेफेलाइटिस को लेकर किए गए अपने संघर्ष का स्मरण करते हुए कहा कि चिकित्सकों के लिए एक-एक मरीज शोध का केंद्र होता है। वे अपने दैनिक कार्यों को करते हुए शोध को आगे बढ़ा सकते हैं। चिकित्सा शिक्षा के छात्र लैब और लाईब्रेरी तक ही सीमित न रहें। ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर बीमारी का कारण पता करें, रिसर्च पेपर तैयार करें। पास आउट डॉक्टर्स अपने अनुभव के आधार पर रिसर्च पेपर बनाएं। राज्य सरकार उनके अनुभवों और सुझावों को देखेगी।

उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेजों से सरकार की अपेक्षा रहती है कि चिकित्सक बेहतरीन कार्य करें और नए शोध को आगे बढ़ाएं। रिसर्च एण्ड डेवलपमेंट को बाधित किया गया तो देश पिछड़ जायेगा। प्रदेश में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर व फैकल्टी का अभाव नहीं है। जरूरत इसके अनुरूप पाठ्यक्रमों के संचालन व शोध कार्यों को बढ़ावा देने की है। इस पर ध्यान देकर बेहतरीन परिणाम हासिल किया जा सकता है। शोध से हम समूची चिकित्सा व्यवस्था को नई ऊंचाई दे सकते हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “हम सब ने सदी की महामारी कोरोना का देखा है। संवेदनशील व्यवहार व समय पर लिए गए निर्णय के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने पूरी दुनिया के सामने कोरोना प्रबन्धन का शानदार मॉडल प्रस्तुत किया है।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप भले ही हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में बहुत आगे हो, लेकिन कोरोना प्रबन्धन में भारत उनसे बहुत आगे रहा है। अमेरिका की आबादी भारत की आबादी की एक चौथाई है, लेकिन वहां कोरोना से दोगुनी मौतें हुई। देश की 135 करोड़ आबादी प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में कोरोना की आहट के साथ ही तैयार थी। मोदी ने, न केवल कोरोना के मुफ्त उपचार, जांच व वैक्सीन की व्यवस्था की, बल्कि महामारी के साइड इफेक्ट भुखमरी से भी देश को बचाया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री ब्रजेश पाठक, चिकित्सा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और सांसद रवि किशन शुक्ल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सं निर्मल

वार्ता

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