राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jul 9 2020 11:11PM विकास का मोबाइल सीडीआर सार्वजनिक करे सरकार : लल्लू
लखनऊ, 9 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की गिरफ्तारी को संदिग्ध बताते हुये कहा कि पांच लाख के इनामी बदमाश के आकाओं का पर्दाफाश करने के लिये सरकार उसके मोबाइल नेटवर्क को सार्वजनिक करे।
श्री लल्लू ने गुरूवार को कहा कि प्रदेश में अपराधियों को सत्ता का खुला संरक्षण प्राप्त है। कानपुर में जो हुआ है उससे प्रदेश सरकार का चाल, चरित्र और चेहरा बेनकाब हो गया है। उन्होने उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर परिसर से हुयी गिरफ्तारी को संदिग्ध पर बताते हुये इसकी सीबीआई जांच की मांग की। उन्होने कहा कि पूरा प्रदेश जंगलराज में तब्दील हो गया है। योगी आदित्यनाथ से प्रदेश की कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है। कानून व्यवस्था दिन बा दिन लचर होती जा रही है। अपराधियों के हौंसले बुलंद है ।
उन्होने कहा कि प्रदेश में जंगलराज का यह आलम है कि आला अफसर-पुलिस के आपराधिक गठजोड़ के चलते अपराध फल फूल रहा है। उन्होने कहा कि जब सूबे की पूरी सीमा सीज थी। बड़ी तादाद में एजेंसियों और पुलिस टीम लगी थी तो विकास दुबे उज्जैन कैसे पहुंच गया। इसकी जांच होनी चाहिए। विकास दुबे के प्रकरण में जिन लोगों का नाम समाने आया है उनकी जांच होनी चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस से विकास दुबे की साठगांठ सबके सामने है। विकास दुबे के मोबाइल नेटवर्क की स्थिति सार्वजनिक की जाए। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री जो कि पहले कानपुर के प्रभारी रहे हैं उनके ऊपर सवालिया निशान लग रहा है। यह भी बात सामने आई है कि अचानक महाकाल मंदिर में तैनात पुलिसकर्मियों का तबादला हुआ है। यह क्यों और कैसे हुआ इसकी जांच होनी चाहिये।
उन्होने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि किसी भी बड़ी घटना के बाद पुलिस के बड़े अधिकारी प्रेस ब्रीफिंग करते हैं आखिर क्या परिस्थिति थी कि मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने प्रेस ब्रीफिंग किये।
प्रदीप
वार्ता