कुंभनगर,15 फरवरी (वार्ता) साधु संतो की जानी मानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पर आतंकवादी हमले की कड़ी भत्सर्ना करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार को इस कायराना हरकत का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।
श्री गिरी ने शुक्रवार को ‘यूनीवार्ता’ से कहा,“ यह अक्षम्य अपराध है और इसकी कम से कम सजा भी मृत्यु है। सरकार को आतंकवादियों और संरक्षण देने वाले दोनो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए जिससे इसकी पुनरावृत्ति न/न हो सके। पडोसी मुल्क पाकिस्तान द्वारा संरक्षण प्राप्त आतंकवादियों को उसी भी भाषा में जवाब देना होगा।”
परिषद के अध्यक्ष ने केन्द्र सरकार से आतंकियों के खिलाफ “रूह” कंपाने वाली कार्रवाई करने की मांग की। इस मुद्दे पर किसी प्रकार की बातचीत की बजाय सिर्फ और सिर्फ कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है। शांति अौर प्यार की भाषा नहीं समझने वाले के साथ कठोरता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार देश की सुरक्षा कर रहे जवानों को आतंकवादियों के साथ खुलकर दो-दो हाथ करने की छूट देनी चाहिए।
महंत ने कहा कि जवानों को आतंकवादियों के साथ “ जैसे को तैसा” जैसा व्यवहार करने की इजाजत देनी चाहिए। उन्हें हमेशा अनुशासन में कैद नहीं रखना चाहिए। अनुशासन जरूरी है, जहां इसकी जरूरत है। हमारे जवान अनुशासित है और वे अनुशासन का सम्मान करते हैं।
उन्होंने कहा कि चाहे परिवार, विद्यालय, कार्यालय, सुरक्षा जवान हो हर जगह अनुशासित होने से समाज, कार्यक्षेत्र और दुनिया में मिशालें दी जाती है। यही कारण है कि विश्व में भारत को एक शांति प्रिय देश के नाम से जाना जाता है और पाकिस्तान नकारात्मक छवि वाले देश के रूप में कुख्यात है।
परिषद के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी मसूद अजहर की अगुवाई वाले आतंकी समूह को चलाने और उसके ढांचे को मजबूत करने के लिए पाकिस्तान सरकार ने उसे पूरी छूट दी हुई है। उन्होंने कहा जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है। आतंकवाद के इस घिनौना चेहरे को कुचलने की नितांत आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि निरीह जवानों के खून के कतरे यह जरूर चाहेंगे कि उनका लहू बेकार न/न जाए और इसपर किसी प्रकार की राजनीति नहीं हो। इस बार कुछ ऐसा हो कि पाकिस्तान को एहसास हो जाए शांत रहने वाले ‘शेर’ को परेशान करना कितना मंहगा पड़ता है।
महंत ने शहीदों की आत्मा की शांति और उनके परिजनों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए हमले में घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
गौरतलब है कि गुरूवार को दक्षिण कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोरीपोरा के निकट पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में सीआरपीएफ के वाहन को आतंकवादी ने अत्याधुनिक विस्फोटक (आईईडी) से लदे वाहन से टक्कर मार दी जिसमें कम से कम 40 जवान शहीद हो गये।
दिनेश प्रदीप
वार्त