इस्लामाबाद 04 नवंबर (वार्ता) पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने स्वीकार किया है कि सरकार और तहरीक-ए लब्बैक के बीच प्रदर्शन को लेकर हुआ समझौता आग बुझाने वाला है, लेकिन यह चरमपंथ की बड़ी समस्या का स्थायी समाधान नहीं है।
पाकिस्तान के डॉन अखबार के अनुसार बीबीसी को दिये साक्षात्कार में श्री चौधरी ने कहा, “हमारे पास दो विकल्प है, एक सेना का उपयोग करना और दूसरा बातचीत के जरिये समस्या का समाधान निकालना। जब आप सेना का उपयोग करेंगे, तो लोग मारे जा सकते हैं। सरकार को इस तरह की कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। हमलोगों ने बातचीत करने की कोशिश की और बातचीत से आप कुछ हासिल कर सकते हैं और कुछ छोड़ सकते हैं।”
उन्होंने अपनी सरकार पर चरपंथियों के प्रति नरमी बरतने को लेकर लग रहे आरोपों का बचाव किया और कहा, “हमें चरमपंथ के खिलाफ कदम उठाने की जरूरत है। हमें इस तरह के हिंसक प्रदर्शनों के खिलाफ कदम उठाने और इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है।”
श्री चौधरी ने कहा, “अभी यह समाधान नहीं है। हम जो कर रहे हैं वह आग बुझाने वाला है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की सरकार इसका उचित समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार देश में हिंसक प्रदर्शनों से निपटने का स्थायी समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्ध है”
संतोष
वार्ता