जयपुर, 25 दिसम्बर (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि ओमिक्रोन वैरिएंट से फैलते संक्रमण के दृष्टिगत स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को बूस्टर डोज लगाने के लिए नीति और दिशा-निर्देश शीघ्र जारी किए जाएं। साथ ही, 18 वर्ष से कम आयु के नागरिकों के लिए टीकाकरण की सुविधा भी सभी राज्यों में उपलब्ध कराई जाए।
श्री गहलोत ने पत्र में कहा है कि पूरे विश्व एवं भारत में कोविड-19 के ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित व्यक्तियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विशेषज्ञों ने देश में तीसरी लहर की आशंका व्यक्त की है। अमेरिका में प्रतिदिन करीब दो लाख एवं ब्रिटेन जैसे देशों में प्रतिदिन 1 लाख से अधिक कोविड संक्रमित रोगी पाए जा रहे हैं, जिनमें करीब 75 प्रतिशत रोगी ओमिक्रोन से संक्रमित हैं। भारत के 16 राज्यों एवं केन्द्रशासित प्रदेशों में ओमिक्रोन के मामले सामने आए हैं। ऎसे में, जरूरी है कि स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के नागरिक जिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लगाए हुए 6 माह से अधिक समय हो गया है, उन्हें बूस्टर डोज शीघ्र लगाई जाए।
श्री गहलोत ने पत्र में यह भी कहा है कि 18 वर्ष से कम आयु के नागरिकों को भी कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण की अत्यधिक आवश्यकता है। भारत सरकार ने 18 वर्ष से कम आयु के नागरिकों के लिए जायकोव -डी नामक वैक्सीन प्रारंभ में केवल सात राज्यों को उपलब्ध कराई है, जिनमें राजस्थान शामिल नहीं है।
उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि देश के सभी राज्यों में 18 वर्ष से कम आयु के नागरिकों के लिए टीकाकरण की समान आवश्यकता है, इसलिए यह वैक्सीन सभी राज्यों को उपलब्ध कराई जाए।
रामसिंह
वार्ता