नयी दिल्ली, 25 सितंबर (वार्ता) भारतीय फुटबॉल पुरुष टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू और महिला टीम की मिडफील्डर संजू को 2019-20 के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) फुटबॉलर ऑफ द ईयर चुना गया है।
गुरप्रीत को पहली बार यह सम्मान मिला है और सुब्रत पाल के बाद वह दूसरे गोलकीपर हैं जिन्हें यह सम्मान मिला है। सुब्रत को 2009 में यह पुरस्कार दिया था। उन्हें हीरो इंडियन सुपर लीग और हीरो आई लीग क्लब के कोचों के वोट के आधार पर विजेता चुना गया है। गुरप्रीत को पिछले साल अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
28 वर्षीय गुरप्रीत ने कहा, “मैं हमेशा से यह पुरस्कार जीतने की इच्छा रखता था। सुनील छेत्री को कई बार यह पुरस्कार मिला और मैं सोचता था कि मैं कब इस काबिल बनूंगा जब मुझे यह सम्मान दिया जाएगा। मैं इसके लिए एआईएफएफ को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया और मेरी मदद की।”
उन्होंने कहा, “एशिया चैंपियन कतर के खिलाफ ड्रॉ खेलना हो या पिछले हीरो इंडियन सुपर लीग में 11 मैचों में कोई गोल नहीं खाना हो अथवा गोल्डन ग्लव अवॉर्ड जीतना हो, यह सब टीम के बिना संभव नहीं था। मैं आईएसएल और आई-लीग क्लब कोचों का भी आभारी हूं जिन्होंने मुझे इसके काबिल समझा। मैं उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करुंगा।”
महिला फुटबॉल टीम की मिडफील्डर संजू को शानदार सत्र के आधार पर विजेता चुना गया जबकि रतनबाला देवी को 2019-20 के लिए एमर्जिंग महिला फुटबॉलर ऑफ द ईयर चुना गया। दोनों विजेताओं का चयन महिला राष्ट्रीय टीम की मुख्य कोच मेमॉल रॉकी ने एआईएफएफ के तकनीकी निदेशक इसाक डोरु के साथ चर्चा कर किया।
संजू ने कहा, “निजी तौर पर यह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है। यह अवॉर्ड इस बात सबूत है कि पिछले कुछ वर्षों में हमने जो मेहनत की है उसका हमें इनाम मिल रहा है। मैं एआईएफएफ को धन्यवाद देती हूं जिन्होंने हमें प्रदर्शन सुधारने और हमारे स्तर को बढ़ाने में मदद की। मैं टीम के सीनियर खिलाड़ियों को भी धन्यवाद देती हूं। इन सभी लोगों ने मेरी काफी मदद की है। मैं कोच मेमॉल का भी शुक्रिया अदा करती हूं जिन्होंने मुझे खुद को साबित करने का अवसर दिया।”
इसके अलावा पुरुष राष्ट्रीय टीम के मिडफील्डर अनिरुद्ध थापा को पुरुष एमर्जिंग फुटबॉलर ऑफ द ईयर चुना गया है। आईएसएल और आई-लीग के क्लब कोचों के वोटों पर उन्हें विजेता चुना गया।
शोभित राज
जारी वार्ता