नयी दिल्ली / कोलकाता ,31 अक्टूबर (वार्ता) देश में मजदूरों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले प्रमुख वामपंथी नेता एवं पूर्व सांसद गुरुदास दास गुप्ता का गुरुवार सुबह छह बजे कोलकाता में अपने निवास पर निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे और फेंफड़ों के कैंसर से पीड़ित थे।
उनके परिवार में पत्नी और एक पुत्री हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने श्री गुप्ता के निधन पर तीन दिन का राष्ट्रीय शोक मनाने का फैसला किया है।उनका पार्थिव शरीर कल पार्टी के कोलकाता में मुख्यालय भूपेश गुप्ता भवन में रखा जाएगा जहां उनके प्रशंसक और पार्टी के कार्यकर्ता अपने प्रिय नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। श्री गुप्ता के निधन की खबर मिलते ही पार्टी महासचिव डी राजा कोलकाता रवाना हो गए और वह उनके अंतिम संस्कार में भाग लेंगे। श्री गुप्ता का निधन आज सुबह ऐसे समय में हुआ जब देश भर में आज एटक की स्थापना का देश भर में 100 वां साल मनाया जा रहा है । वह इस संगठन के लोकप्रिय और जुझारू नेता थे।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) उप महासचिव रहे श्री गुप्ता ने लोकसभा एवं राज्य सभा के सदस्य के तौर पर लगभग 25 वर्षों तक संसदीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभायी थी।
श्री गुप्ता के निधन पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाकपा महासचिव डी. राजा तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है और मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई में उनकी योगदान को रेखांकित किया है।
तीन नवंबर 1936 को बंगाल के बारिसल (अब बंगलादेश) में जन्म श्री गुप्ता पिछले एक साल से कैंसर और हृदय रो से ग्रसित थे। कोलकाता विश्वविद्यालय से वाणिज्य के छात्र रहे श्री गुप्ता छात्र जीवन से ही जुझारू थे और वामपंथी आंदोलन में सक्रिये थे। वह 1985 में राज्यसभा के सदस्य बने और 2001 में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) के महासचिव बने। वर्ष 2004 में पश्चिम बंगाल के पांसकुडा लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए थे। वह तीन बार राज्य सभा के सदस्य रहे, जबकि दो बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे।
श्री कोविंद ने ट्विटर पर अपने शोक संदेश में लिखा, “श्री गुरुदास दास गुप्ता जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। बरिष्ठ भाकपा नेता, ट्रेड यूनियन नेता तथा प्रसिद्ध सांसद रूप में उन्हें पुरजोर तरीके से संसद में अपनी बातें रखीं। उनका निधन पश्चिम बंगाल और भारत के लोगों के लिए एक बड़ी क्षति है। उनके परिजनों, सहयोगियों और शुभ चिंतकों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”
श्री मोदी ने श्री दास गुप्ता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, “श्री गुरुदास दास गुप्ता की एक प्रतिबंध और अपनी विचारधारा के प्रति समर्पित व्यक्ति थे। वह संसद की एक मजबूत आवाज थे, जिसे राजनीति के सभी वर्गों में लोग विनम्रता से सुनते थे। अचानक उनका निधन हो गया। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।”
भाकपा के महासचिव डी राजा ने श्री गुप्ता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। श्री राजा ने अपने शोक संदेश में कहा है कि देश ने वामपंथी आंदोलन के एक महत्वपूर्ण नेता को खो दिया है। वह जीवन भर मजदूरों के हित के लिए लड़ते रहे। वे एक कुशल वक्ता के अलावा योग्य सांसद थे और संसद के भीतर और बाहर समानता, न्याय और गरीबी के सवाल उठाते रहे।
पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री ममता बनर्जी ने भी श्री गुप्ता के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अपने संदेश में श्रीगुप्ता को योग्य सांसद तथा संघर्षशील ट्रेड यूनियन नेता बताया है।
सुश्री बनर्जी ने ट्वीटर पर अपने शोक संदेश में लिखा,“गुरुदास दास गुप्ता जी का अचानक निधन हो गया। एक सांसद के तौर पर और ट्रेड यूनियन के नेता के तौर पर उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। उनके परिवार, दोस्तों और सहयोगियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।”
अरविंद, जितेन्द्र
वार्ता