भारतPosted at: Sep 17 2019 10:42PM श्रमिकों की कड़ी मेहनत और समर्पण से राष्ट्र प्रगति की ओर अग्रसर: गंगवार
नयी दिल्ली 17 सितंबर (वार्ता) केंद्रीय श्रम एवं राेजगार मंत्री संतोष गंगवार ने मंगलवार को श्रमिकों और नियोक्ताओं को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार और राष्ट्रीय संरक्षा पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा कि कामगारों की कड़ी मेहनत और समर्पण से राष्ट्र प्रगति की ओर अग्रसर है।
श्री गंगवार ने यहां विश्वकर्मा दिवस पर आयोजित एक समारोह में वर्ष 2017 के विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार और राष्ट्रीय संरक्षा पुरस्कार प्रदान करने के बाद कहा कि सरकार ने श्रमिकों के कल्याण के लिए अनेक योजनायें शुरू की हैं जिनको प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। उन्होेंने कहा कि सरकार की योजना सभी संगठित क्षेत्र के श्रमिकों को बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराना और असंगठित क्षेत्र के सभी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाना है। उन्होंने कहा कि जनधन योजना, प्रधानमंत्री श्रमिक पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और मुद्रा आदि का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी सरकार युवाओं को कौशल विकास कर बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध करा रही है।
उन्हाेंने कहा कि कारोबार के अनुकूल माहौल बनाने के लिए सरकार श्रम से संबंधित 44 कानूनों को चार श्रम संहिताओं में समाहित करने का प्रयास कर रही है। कानूनी विरोधाभास और दोहराव खत्म होगा। उन्होेंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा संहिता का मसौदा तैयार कर लिया गया है अौर इसे जल्दी सार्वजनिक कर दिया जाएगा। इस पर समाज के सभी वर्ग अपने सुझाव और अापत्ति दर्ज करा सकेंगे।
श्री गंगवार ने कहा कि जल्दी ही वर्ष 2018-19 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के छह करोड़ से अधिक अंशधारकोें को उनकी जमा राशि पर 8.65 प्रतिशत की दर से ब्याज का भुगतान हो जाएगा। इससे पिछले वित्त वर्ष में ईपीएफओ ने 8.55 प्रतिशत की दर ब्याज का भुगतान किया था।
ईपीएफओ में अंशधारकों की जमा राशि पर ब्याज का निर्धारण केंद्रीय न्यास करता है जिसे मंत्रालय अनुमोदित करता है। बाद में वित्त मंत्रालय इस पर निर्णय करता है और इसकी घोषणा कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि ईपीएफओ समेत मंत्रालय से संबंधित अन्य संस्थान के कार्यालय जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में खोले जाएंगे। इससे दोनों क्षेत्र के श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा का दायरा उपलब्ध कराया जा सकेगा।
समारोह में 28 विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये गये जबकि इनके लिए 197 आवेदन प्राप्त हुए थे। राष्ट्रीय संरक्षा पुरस्कार के 130 विजेता रहे। इनके लिए 288 आवेदन मिले थे। विजेताओं को पुरस्कार स्वरुप नकद राशि, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न भेंट किये गये।
सत्या.श्रवण
वार्ता