खेलPosted at: Aug 22 2018 5:24PM ग्रीको रोमन में कांस्य के लिये खेलेंगे हरप्रीत
जकार्ता, 22 अगस्त (वार्ता) भारत को 18वें एशियाई खेलों की कुश्ती प्रतियोगिता में अब पदक की आखिरी उम्मीद ग्रीको रोमन पहलवान हरप्रीत सिंह से रह गयी है जो 87 किग्रा वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में अपनी चुनौती पेश करेंगे।
भारत ने कुश्ती में अब तक बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट के जरिये दो स्वर्ण तथा दिव्या काकरान के जरिये एक कांस्य पदक जीता है। भारत ने पिछले एशियाई खेलों में एक स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य सहित कुल पांच पदक जीते थे।
कुश्ती मुकाबलों के अंतिम दिन बुधवार को चार भारतीय ग्रीको रोमन पहलवान 77, 87, 97 और 130 किग्रा में उतरे जिनमें से केवल हरप्रीत ही पदक राउंड में पहुंच पाये हैं। हरप्रीत को सेमीफाइनल में उज्बेकिस्तान के रूस्तम असाकालोव के हाथों 0-10 से मात्र 38 सेकंड में करारी शिकस्त मिली। वह तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर मैच गंवा बैठे। उन्होंने इससे पहले जापान के मसातो सूमी को 8-0 से मात्र एक मिनट 30 सेकंड में हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी जबकि राउंड-16 में उन्होंने कोरिया के पार्क हीगुएन को 4-1 से हराते हुये क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया था।
77 किग्रा वर्ग में गुरप्रीत को क्वार्टरफाइनल में करीबी मुकाबले में ईरान के मोहम्मदाली गेराई के हाथों 6-8 से शिकस्त झेलनी पड़ गयी। वह छह मिनट में मुकाबला हार गये। इससे पहले राउंड-16 में उन्होंने थाईलैंड के एपीचाई नताल को 9-0 से हराया था।
97 किग्रा में मौसम खत्री काे क्वार्टरफाइनल में उज्बेकिस्तान मगोमेद इब्रागिमोव से 0-8 से हारकर पदक होड़ से बाहर हो गये। 130 किग्रा भार वर्ग में नवीन को राउंड-16 में ही हार झेलनी पड़ गयी। वह चीन के लिंगझी मेंग के खिलाफ चुनौती नहीं रख सके और 1-4 से मैच हार गये।