मुम्बई 22 जुलाई (वार्ता) मुंबई और महाराष्ट्र के बड़े हिस्से में सोमवार को भारी बारिश का दौर जारी रही, जबकि इस दौरान प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन एजेंसियां भी पूरी तरह से सतर्क रहीं।
भारतीय मौसम विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से मुुंबई, ठाणे और कोंकण के इलाके में दिन में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया और दिन में भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। रायगढ़, कोल्हापुर और चंद्रपुर जिला प्रशासन ने स्कूल और कॉलेज में छुट्टी घोषित कर दी है। राज्य की सर्दियों की राजधानी नागपुर में भी भारी बारिश हुई।
तटीय कोंकण के रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश हो रही है। रत्नागिरी जिले की पांच नदियां- जगबुडी, वशिष्ठी, शास्त्री, काजली, कोडवली, मुचकुंडी और बावनाडी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे मुंबई-गोवा सड़क यातायात बाधित हो गया है।
नवी मुंबई में बाढ़ में फंसे करीब 60 लोगों को मानव श्रृंखला बनाकर बचाया गया। मुंबई-एमएमआर क्षेत्र के कुछ हिस्सों में रविवार को 150 मिमी से अधिक बारिश हुई, जिसके परिणामस्वरूप कुछ इलाकों में भारी जलभराव हो गया।
इस बीच, एनडीआरएफ ने मानसून के मौसम को देखते हुए वसई (पालघर), ठाणे, घाटकोपर, पवई (कुर्ला), महाद (रायगढ़), खेड़ और चिपलून (रत्नागिरी), कुडाल (सिंधुदुर्ग), कोल्हापुर, सांगली और सतारा में टीमों को तैनात किया है। इसके अलावा मुंबई में तीन और नागपुर में एक टीम नियमित रूप से तैनात की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि टीमें अपने स्थानों पर किसी भी आकस्मिक प्रतिक्रिया के लिए अलर्ट पर हैं और निचले इलाकों और भूस्खलन की आशंका वाले इलाकों से पीछे हट रही हैं।
सोनिया, यामिनी
वार्ता