जम्मू 17 अक्टूबर(वार्ता) जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिला के बशोली इलाके के रंजीत सागर झील में तीन अगस्त को दुर्घटनाग्रस्त हुये हेलीकॉप्टर के दूसरे पायलट का शव आखिरकार दो महीने बाद, खोज और बचाव दल ने बरामद कर लिया।
इससे पहले 15 अगस्त को एक पायलट का शव बरामद किया गया था।
कठुआ के वरीय पुलिस अधीक्षक रमेश कोतवाल ने यूनीवार्ता से बात करते हुये कहा,“रंजीत सागर झील में मिले शव की पहचान दूसरे पायलट कैप्टन जयंत जोशी के रूप में हुयी है। जो तीन अगस्त को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में लापता हो गये थे।”
सेना, नौसेना, पनडुब्बी बचाव दल और पुलिस की संयुक्त बचाव और खोज दल 15 अगस्त को मिले एक पायलट के शव के बाद दूसरे की खोज व्यापक पैमाने पर शुरु कर दी थी।
खोज दल ने इससे पहले लेफ्टिनेंट कर्नल ए एस बाथ के अवशेषों को झील में से 75.9 मीटर की गहराई से निकाला था।
भारतीय नौसेना की पनडुब्बी बचाव दल 13 अगस्त से दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के लापता पायलट का पता लगाने के लिए काम कर रही थी।
भारतीय सेना के पायलट और हेलीकॉप्टर का झील में पता लगाने के लिये भारतीय नौसेना की पनडुब्बी बचाव दल ने डिजिटल रुप से करीब 80 से 100 मीटर की गहराई के मलबे को जांच कर रही थी।
भारतीय वायु सेना ने पानी के अंदर खोज काम में तेजी लाने के लिये विशाखापत्तनम से पठानकोट तक भारी उपकरणों को लाया गया था।
देव.संजय
वार्ता