नयी दिल्ली 04 मई (वार्ता) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने श्रमिक और कामगारो के संकट पर गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि उनकी पुकार तथा परेशानी हर दिल को छूती है इसलिए संकट की घड़ी में उनकी मदद सबसे बड़ी राष्ट्र भक्ति है।
श्रीमती गांधी ने सोमवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि लॉक डाउन के कारण अपनो से दूर फंसे इन लोगों की पुकार में एक माँ, बेटे,पिता, पत्नी और बच्चों की पुकार शामिल है और उन्हें परिजनों से मिलना सबकी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा,“तब असीम दर्द हुआ जब हजारों श्रमिक सैकड़ों किलोमीटर भूखे, प्यासे पैदल घर वापस जाते देखा। लाखों श्रमिक जगह जगह मुश्किल में फंसे हैं और घर वापसी का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद थी कि दान में आए हजारों करोड़ रुपए का इस्तेमाल कर सरकार सबको सुरक्षित और निशुल्क रेल से घर भेजेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इन श्रमिको के विकट हालात को देखते हुए पार्टी ने हर प्रदेश में जरूरतमंद श्रमिको के घर लौटने के लिए रेल यात्रा का खर्च उठाने का निर्णय लिया है।
अभिनव.संजय
वार्ता