खेलPosted at: Jan 16 2022 7:49PM साई के रवैये के खिलाफ एचएफआई देगा धरना
लखनऊ, 16 जनवरी (वार्ता) भारतीय हैण्डबाल टीम के खिलाफ पक्षपात रवैये का आरोप लगाते हुये हैण्डबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (एचएफआई) ने सोमवार को भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के क्षेत्रीय केन्द्र में धरने का ऐलान किया है।
फेडरेशन के महासचिव डा.तेजराज सिंह ने रविवार को कहा कि सऊदी अरब के दम्माम में 18 जनवरी से शुरू हो रही 20वीं एशियन पुरुष हैण्डबॉल चैंपियनशिप में भारतीय हैण्डबॉल टीम के सदस्य चंदा मांग कर जा रहे हैं। खिलाड़ियों का कहना है कि उनके लिए देश का मान-सम्मान पहले है, इसलिए हमने नाते-रिश्तेदारों व अन्य निजी साधनों से ये राशि एकत्र की है।
उन्होने कहा कि कई तिकड़मे लगाकर भारतीय टीम की भागीदारी रोकने की कोशिश की गई लेकिन ये खिलाड़ियों का खेल के लिए जुनून है कि उन्होंने टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए चंदा करके धनराशि इकठ्ठा की।
कोषाध्यक्ष विनय कुमार सिंह के अनुसार भारतीय टीम की एशियन गेम्स-2018 में आठवीं रैंक रही थी। इसके अलावा 2019 में नेपाल में हुए दक्षिण एशियाई गेम्स में भारतीय हैण्डबॉल टीम ने रजत पदक जीता था।
कार्यकारी निदेशक डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्रीय खेल सचिव के आदेश से सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल करवा रहा है। इसका मतलब ये सभी आईओए अध्यक्ष नरिंदर ध्रुव बत्रा के हाथों में खेल रहे है अन्यथा जब इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ का स्पष्ट आदेश है कि साई भारतीय टीम का खेलना सुनिश्चित करे। ये केंद्रीय खेल मंत्रालय और साई के विरोध में निर्णय है। फिर भी दोनों हठधर्मिता दिखा रहे है जबकि दोनों का काम है खेलों को बढ़ावा देना और भारत का प्रतिनिधित्व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुनिश्चित करना है। साई के रवैये के विरोध में एचएफआई 17 जनवरी को लखनऊ के क्षेत्रीय केंद्र पर सांकेतिक धरना देगा।
केडी सिंह बाबू स्टेडियम में रविवार को आयोजित एक समारोह में ब्लू स्पोर्टस इंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और प्रीमियर हैण्डबॉल लीग (पीएचएल) ने भारतीय टीम को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की शुभकामना दी। कप्तान अतल कुमार के नेतृत्व में भारतीय टीम लखनऊ से फ्लाइट से टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए रवाना होगी।
प्रदीप राज
वार्ता