कोलकाता 02 मई (वार्ता) भीषण चक्रवाती तूफान फोनी के मद्देनजर पश्चिम बंगाल के आठ जिलाें में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और लोगों को तटीय इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गयी है।
कोलकाता स्थित मौसम विभाग कार्यालय ने फोनी के मद्देनजर पूर्वी और पश्चिमी मेदिनीपुर, झारग्राम, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली तथा कोलकाता में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। राज्य सरकार ने फसलों, सड़कों और झोपड़ियों को बड़े पैमाने पर होने वाले नुकसान के अनुमान को देखते हुए विशेष उपाय किये हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कोलकाता नगर निगम में एक नियंत्रण कक्ष खोला गया है।
राज्य सचिवालय नाबन्ना को किसी भी अप्रिय स्थिति में युद्ध स्तर पर काम करने का आदेश दिया गया है। राज्य सचिवालय में इस मुद्दे पर मंगलवार को एक बैठक हो चुकी है जिसमें इस पर चर्चा की गयी कि अगर चक्रवाती तूफान राज्य में पहुंचा तो स्थिति से कैसे निपटा जायेगा।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि राज्य में अगले दो दिन में भारी (07-20 सेमी) बारिश होने का अनुमान है। सभी आठ जिले जिनमें अलर्ट घोषित किया गया है, उनमें तीन मई को मूसलाधार बारिश हो सकती है। कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, हुगली, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, झारग्राम, पुरुलिया, बांकुरा, पूर्व और पश्चिम बर्दवान, बीरभूम, मुर्शिदाबाद और नादिया जिलों में चार मई को बहुत भारी यानी 20 सेमी से अधिक बारिश का अनुमान है।
पूर्वी मिदनापुर जिला प्रशासन को सभी एहतियाती कदम उठाने और दीघा, मंदारमणि और अन्य बीच पर कड़ी नजर रखने तथा पर्यटकों को समुद्र में उतरने से रोकने को कहा गया है।
चक्रवात के दीघा और उसके आसपास के तटीय इलाकों को प्रभावित करने की आशंका है। आपदा प्रबंधन टीम को तैयार रखा गया है। पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की सलाह दी जा रही है। मछुआरों को समुद्र और नदियों में नहीं उतरने की चेतावनी दी गयी है।
इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का चुनाव प्रचार भी रोक दिया गया है। उन्हें शुक्रवार को कोलकाता से हेलिकॉप्टर से चंद्रकोना जाना था।
यामिनी, प्रियंका
वार्ता