प्रयागराज, 06 जून (वार्ता) इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सोमवार से खुली अदालत में सुनवाई होगी। न्यायालय परिसर काे सेनेटाइजेशन करा दिया गया है, जिससे किसी प्रकार का संक्रमण न रहे ।
प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गयी है । स्वस्थ वकीलों व स्टाफ को ही न्यायालय परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी। वकीलों का प्रवेश ई -पास के जरिए ही होगा। शुरूआती दौर में नये मुकदमो की ही सुनवाई होगी। स्थिति में सुधार हुआ तो धीरे धीरे दायरा बढाया जायेगा। उन्हीं पुराने मुकदमों की सुनवाई होगी जिसके सुनवाई की अर्जेसी प्रार्थना पत्र स्वीकृत हुई हो।
न्यायालय खुलने से पहले दाखिले के लिए जुटी भीड़ द्वारा सामाजिक एवं शारीरिक डिस्टेन्सिंग का ख्याल नही रखा गया। शुक्रवार को जिस तरह से भीड दिखी, वह प्रशासन के लिए चुनौती होगी। आठ जून को अनावश्यक रूप से परिसर के बाहर भीड़ बढने के अंदेशे ने शासन की बेचैनी बढा दी है।महीनो बाद कोर्ट खुलने को लेकर उत्साही वकीलों को नियंत्रित करना आसान न होगा।
एल्डर कमेटी के चेयरमैन वरिष्ठ अधिवक्ता वी सी मिश्र, सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता एन सी राजवंशी एवं बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष आर के ओझा, वरिष्ठ अधिवक्ता ए एन त्रिपाठी, अधिवक्ता समन्वय समिति के अध्यक्ष बी एन सिंह, निर्वाचित अध्यक्ष अमरेन्द्र नाथ सिंह,महासचिव प्रभाशंकर मिश्र, जे बी सिंह पूर्व अपर महाधिवक्ता कमल सिंह यादव सहित तमाम अधिवक्ताओं ने बार एसोसिएशन के सदस्यों से अपील की है कि बिना काम के वकील उच्च न्यायालय न जाये।
न्यायालय प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर कहा है कि 65 वर्ष से ऊपर के वकीलों को वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग से ही सुना जाएगा, उन्हें न्यायालय में आने की अनुमति नहीं होगी । उच्च न्यायालय के आस-पास की सभी दुकानों को बंद रखने को कहा गया है । यहाँ तक कि वकीलों के चेम्बर्स, कैन्टीन आदि भी बंद रहेगे । कोर्ट के अंदर केवल वही वकील जा सकेगा जिनका केस लगा हो। सीमित कुर्सियां रखी जाएगी । वकील बहस खत्म होते ही कोर्ट परिसर छोड़ देगा ।
उच्च न्यायालय परिसर में थूकना एवं नशा करना अपराध की श्रेणी में रखा गया है । अधिवक्ताओं से कहा गया है कि वे स्वयं सोसल एवं शारीरिक दूरी बनाये रखे।ताकि कोरोना महामारी से जूझते हुए वादकारियों को न्याय दिलाने के दायित्व निभाने की प्रक्रिया चलायी जा सके।
निबंधक शिष्टाचार आशीष कुमार श्रीवास्तव ने सभी अधिवक्ताओं से न्यायालय प्रशासन में सहयोग मांगा है।
सं दिनेश प्रदीप
वार्ता