खेलPosted at: Feb 19 2019 7:23PM प्लेआॅफ से सिर्फ एक जीत दूर हैं हाईलैर्ड्स
गुवाहाटी, 19 फरवरी (वार्ता) हाईलैंर्ड्स नाम से मशहूर नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में सेमीफाइनल में पहुंचने से सिर्फ एक जीत दूर है। इस टीम का बुधवार को अपने घर में एफसी पुणे सिटी से सामना होना है और इस मैच से तीन अंक लेकर वह अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहेगी।
एल्को स्काटोरी की टीम उन चार टीमों में शामिल है, जो इस सीजन में सिर्फ तीन मैच हारी हैं। नार्थईस्ट की टीम ने 16 मैचों से 27 अंक अपने खाते में डाले हैं और अभी वह अंक तालिका में तीसरे स्थान पर है। एफसी गोवा और बेंगलुरू एफसी पहली ही सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं और अब दो स्थान रिक्त रह गए हैं।
नार्थईस्ट ने अपने पिछले मैच में मुम्बई सिटी एफसी को 2-0 से हराया था। उस जीत ने उसे निश्चित तौर पर आत्मविश्वास दिया होगा और उसी के दम पर वह पुणे को पटखनी दे, अगले दौर का टिकट कटाना चाहेगी। नार्थईस्ट के कप्तान बार्थोलोमेव ओग्बेचे 12 गोलों के साथ इस टीम के सबसे अहम खिलाड़ी हैं। फेरान कोरोमिनास (14) गोलों के इस सीजन में सबसे अधिक गोलों के रिकार्ड को तोड़ने के लिए ओग्बेचे को दो गोलों की जरूरत है। ओग्बेचे को फेडरिको गालेघो से समर्थन और सहयोग मिलता है। गालेघो के नाम से कई सारे एसिस्ट हैं।
सीजन में खराब शुरुआत के बाद पुणे ने नए मुख्य कोच फिल ब्राउन की देखरेख में फार्म हासिल कर लिया है। उसे बेंगलुरू एफसी के खिलाफ अंतिम हार नवम्बर में मिली थी। इसके बाद से स्टैलियंस नाम से मशहूर इस टीम ने पांच में से चार मैच जीते हैं और अभी 18 अंकों के साथ तालिका में सातवें स्थान पर है।
ब्राउन ने इस टीम में नई जान फूंकी है। अब पुणे की टीम प्लेआॅफ का सपना पाल सकती है लेकिन उसे मुम्बई और नार्थईस्ट के साथ होने वाले मैचों से पूरे अंक हासिल करने होंगे। पुणे ने अपने पिछले मैच में जमशेदपुर को हराया था और उस मैच में रोबिन सिंह ने दो गोल किए थे। आशिक कुरुनियन भी अच्छा खेल रहे हैं। नार्थईस्ट के खिलाफ मार्सेलिन्हो नहीं खेलेंगे क्योंकि उन्हें चौथा पीला कार्ड मिल चुका है और इस कारण वह निलम्बित हैं। उनकी गैरमौजूदगी के बावजूद ब्राउन लगातार चौथी जीत की आस लगाए हुए हैं।
नार्थईस्ट की टीम इससे पहले कभी भी प्लेआॅफ में नहीं पहुंची है और अब जबकि वह अपने घर में एक अहम मुकाबला खेल रही है और उसे जीतकर सेमीफाइनल में पहुंच सकती है तो फिर वह अपना पूरा दमखम लगाते हुए अपेक्षित परिणाम हासिल करना चाहेगी।