लखनऊ, 13 नवम्बर (वार्ता) राम जन्मभूमि मन्दिर के मामले में न्यायिक लड़ाई लड़ने वाली अखिल भारत हिन्दू महासभा मन्दिर निर्माण के लिये बनने जा रहे ट्रस्ट में शामिल होने के लिये दावा करेगी।
बुधवार को यहां इन्दिरानगर स्थित पार्टी की प्रान्तीय पदाधिकारियों की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद सभा के प्रदेश अध्यक्ष पीयूषकान्त वर्मा ने बताया कि इस सिलसिले में वरिष्ठ पदाधिकारियों का प्रतिनिधि मण्डल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेगा।
उन्होंने कहा कि हिन्दू महासभा प्रारम्भ से राम मन्दिर के मुकदमे में पक्षकार रही है और उनके अधिवक्ताओं ने जोरदार ढंग से मन्दिर से जुड़े तथ्यों को रखकर जबर्दस्त बहस की, जिसका परिणाम उच्चतम न्यायालय के निर्णय के रूप में सामने है। इस मामले में निर्मोही अखाड़ा और शिया वक्फ बोर्ड की याचिका खारिज हो गयी।
श्री वार्मा ने कहा कि बैठक में पदाधिकारियों ने उम्मीद जतायी कि राम मन्दिर मामले में जिस तरह गोरक्षनाथ पीठ के महन्तों दिग्विजयनाथ और अवैद्यनाथ ने हिन्दू महासभा में रहते हुये आन्दोलन किया और न्यायिक लड़ाई में भूमिका निभायी, उसको देखते हुये बनने वाले ट्रस्ट में हिन्दू महासभा के प्रतिनिधि को जगह मिलना न्यायसंगत होगा।
इसके अलावा बैठक में संगठनात्मक ढांचे को लेकर भी चर्चा की गयी। जिसमें महासभा की मजबूती के लिये प्रदेशभर में कार्यक्रम को शुरू करने के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को सदस्य बनाने पर जोर दिया गया।
उन्होंने बताया कि बैठक में उनके अलावा प्रदेश प्रभारी गौरव वर्मा, संगठन सचिव महेश कुमार निम्बेकर, वरिष्ठ नेता पंकज तिवारी, जिलाध्यक्ष लखनऊ ऋषि त्रिवेदी, प्रदेश उपाध्यक्ष अमिताभ श्रीवास्तव, प्रदेश सचिव अनुपम मिश्रा, महानगर उपाध्यक्ष मनोज कुमार उपाध्याय, संतोष चतुर्वेदी, संजीव खरे, संजय द्विवेदी, रिषभ गुप्ता, प्रदेश कार्यालय प्रभारी राम नरेश श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष विनय मित्तल, पण्डित मोहित मिश्रा, सुनील गुप्ता आदि प्रमुख लोग मौजूद थे।
त्यागी
वार्ता