नयी दिल्ली, 28 दिसंबर (वार्ता) हॉकी इंडिया (एचआई) ने एफआईएच हॉकी प्रो लीग-2020 की तैयारियों के मद्देनज़र 32 संभावितों की घोषणा की है जो दो सप्ताह तक चलने वाले राष्ट्रीय पुरूष कोचिंग कैंप में हिस्सा लेंगे।
वर्ष 2020 में हॉकी टीम के सामने कई चुनौतियां होंगी जिसमें मुख्य रूप से टोक्यो में होने वाले ओलंपिक हैं। इसके अलावा हॉकी प्रो लीग और हॉलैंड के खिलाफ 18 और 19 जनवरी को होने वाले मुकाबले को देखते हुये हॉकी इंडिया (एचआई) ने 32 संभावितों की घोषणा की है।
एचआई ने बताया कि सभी संभावित सीनियर हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड को रिपोर्ट करेंगे। 2018 पुरूष विश्वकप के युवा स्ट्राइकर दिलप्रीत सिंह की भी कोर ग्रुप में वापसी हुई है। दिलप्रीत ने सुलतान जोहोर कप में रजत विजेता भारतीय टीम के लिये अहम भूमिका निभाई थी। युवाओं में शिलानंद लाकड़ा, राजकुमार पाल, नीलम संजीप जैस और दीपसान टिर्की को भी भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में लगने वाले कैंप के लिये टीम में जगह मिली है, जहां एफआईएच प्रो लीग का अायोजन होना है।
संभावितों में अनुभवी खिलाड़ियों में पी आर श्रीजेश, कृष्ण बहादुर पाठक, हरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, बीरेंद्र लाकड़ा, रूपिंदर पाल सिंह, गुरिंदर सिंह, अमित रोहिदास, कोठाजीत सिंह खादंगबम, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांता शर्मा और विवेक सागर प्रसाद शामिल हैं।
अनुभवी मिडफील्डरों में चिंगलेनसाना सिंह भी चोट के कारण 10 महीने के लंबे ब्रेक के बाद वापसी कर रहे हैं। इसके अलावा एफआईएच ओलंपिक क्वालिफायर में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे एस वी सुनील भी कोर ग्रुप का हिस्सा हैं, जिसमें आकाशदीप सिंह, रमनदीप सिंह, सिमरनजीत सिंह, मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, गुरसाहिबजीत सिंह, श्मशेर सिंह, सूरज कारकेरा ग्रुप का हिस्सा हैं।
कोच रीड ने चयन पर संतोष जताते हुये कहा,“ मुझे यकीन है कि सभी खिलाड़ी अपनी छुट्टियों के बाद नयी शुरूआत करेंगे। पिछला कैंप शारीरिक रूप से काफी चुनौतीपूर्ण रहा था। इसमें हॉकी के अलावा कंडिशनिंग और ताकत पर भी ध्यान दिया जाता है। अगले दो सप्ताह काफी चुनौतीपूर्ण होंगे। हमारा ध्यान अभी हॉलैंड के खिलाफ मैच पर भी लगा है।”
प्रीति
वार्ता