राज्यPosted at: Sep 14 2018 7:32PM होटल उद्याेग को सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ा जाये-राव
भरतपुर 14 सितम्बर (वार्ता) राजस्थान विधानसभा उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने कहा है कि होटल उद्योग को सांस्कृतिक धरोहर से जोड़कर रोजगार के काफी अवसर पैदा किए जा सकते है।
श्री राव ने आज यहां इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए) के 7वें अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए कहा कि होटल उद्योग में मानव की गरिमा को ध्यान में रखकर रोजगार दिया जाता है जो आज के समय अन्य क्षेत्रों में उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि राजा महाराजाओं के समय की अर्थव्यवस्था काफी मजबूत थी तथा वे लोगों को राेजगार देते समय उनकी गरिमा का भी ध्यान रखते थे। उन्होंने कहा कि 16वीं और 17वीं सदी के दौरान अकबर के राजकोष का वार्षिक राजस्व 17़ 5 मिलियन पौंड था जबकि औरंगजेब के पास 100 मिलियन पौंड थे। श्री राव ने कहा कि आधुनिक युग में पुरातन व्यवस्था से भी सीख लेनी चाहिए।
इस अवसर पर आईएचएचए के अध्यक्ष जोधपुर के पूर्व महाराजा गज सिंह ने कहा कि सतत विकास के लिए स्थानीय परम्पराओं एवं सांस्कृतिक मूल्यों को संरक्षित करना अत्यंत आवश्यक है। हेरिटेज सम्पदा की वास्तुकला एवं इतिहास की महत्वपूर्ण विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए पर्यटकों के लिए नई गतिविधियां अपनानी होगी।
प्री इन्वेंटिंग इंडिया एज ए हेरिटेज डेस्टिनेशनश पर चर्चा करते हुए स्टीव बोर्जिया ने कहा कि हमें यह महसूस करना होगा कि हमारी हेरिटेज खतरे में है।
नीमराना होटल्स के सह संस्थापक अमन नाथ ने कहा कि हेरिटेज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मानव मन की उदात्त भावनाओं को अपनाना होगा।
नेशनल हेरिटेज बोर्ड सिंगापुर के प्रिजर्वेशन ऑफ साइट्स एंड मॉन्यूमेंट्स की निदेशक सुश्री जीन वी ने कहा कि विरासत संरक्षण एक साझा प्रयास होना चाहिए। इसमें सभी हितधारकों को उनकी प्रतिबद्धताए भागीदारी एवं सहयोग के अनुरूप लाभ मिलना चाहिए।