भुवनेश्वर, 03 जून (वार्ता) भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी स्ट्राइकर रमनदीप सिंह लगभग एक वर्ष बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी करने जा रहे हैं और एफआईएच पुरूष सीरीज़ फाइनल्स में रूस के खिलाफ 6 जून को पहले मैच से पूर्व उन्होंने कहा है कि भारत के लिये जर्सी पहनने की भूख उनमें अभी भी बरकरार है।
रमनदीप को पिछले वर्ष जून में एफआईएच पुरुष चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान दाएं पैर के घुटने में चोट लग गयी थी, जिसके बाद उन्हें सर्जरी के लिए वापस लौटना पड़ा था। उन्होंने कहा, “हॉलैंड में जब मेरा एमआरआई हुआ तो डॉक्टरों ने कहा कि मैं दो वर्ष तक नहीं खेल पाऊंगा और यह सुनकर मुझे काफी धक्का लगा था।”
रमनदीप ने कहा, “यह तब हुआ जब मैंने बेंगलुरु में डॉक्टरों से कहा था कि मैं छह महीने में टीम में वापस लौट सकता हूं। मेरी चोट अलग प्रकार की है और मेरे एसीएल की हड्डियों में आठ एमएम का फ्रैक्चर हुआ है। मुझे याद है कि मैं बेंगलुरु के खेल प्राधिकरण सेंटर में अपने कमरे में ही तीन सप्ताह तक नहीं चल पा रहा था।”
उन्होंने कहा, “मेरे टीम के साथी खिलाड़ी कमरे में ही मेरे लिए नाश्ता, लंच और रात का खाना लेकर आते थे। किसी के ऊपर निर्भर होना मानसिक तौर पर काफी चुनौती भरा होता है लेकिन टीम के सभी खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ हमेशा मेरे साथ रहे और मेरा मनोबल बढ़ाया। मैंने अपनी चोट के बारे में तब तक अपने परिवार को नहीं बताया जब तक मैं चलने नहीं लगा।”