मुंबई, 27 मई (वार्ता) कप्तान केन विलियम्सन के 47, यूसुफ पठान के नाबाद 45 और कार्लोस ब्रैथवेट के 21 रन की बदौलत सनराइजर्स हैदराबाद ने चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ आईपीएल 11 के फाइनल में रविवार को छह विकेट पर 178 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बना लिया।
शानदार फॉर्म में खेल रहे विलियम्सन ने 36 गेंदों पर 47 रन में पांच चौके और दो छक्के लगाए। विलियम्सन ने इस पारी के साथ आईपीएल 11 में 700 रन भी पूरे कर लिए और अपने रनों की संख्या को 735 रन पहुंचा कर सर्वाधिक रनों के लिए ऑरेंज कैप पर अपना कब्ज़ा सुनिश्चित कर लिया।
पठान ने फिनिशर की भूमिका निभाते हुए मात्र 25 गेंदों पर नाबाद 45 रन में चार चौके और दो छक्के लगाए। ब्रैथवेट ने 11 गेंदों पर 21 रन की पारी में तीन छक्के उड़ाए और वह पारी की आखिरी गेंद पर आउट हुए। ओपनर शिखर धवन ने 25 गेंदों पर 26 रन में दो चौके और एक छक्का लगाया जबकि शाकिब अल हसन ने 15 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के के सहारे 23 रन बनाये।
वानखेड़े स्टेडियम पर फाइनल में चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करना का फैसला किया। चेन्नई को पहली सफलता जल्द ही मिल गयी जब श्रीवत्स गोस्वामी पांच रन बनाकर कर्ण शर्मा के थ्रो पर रन आउट हो गए।
शिखर और कप्तान केन ने दूसरे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की। शिखर को लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने बोल्ड कर चेन्नई को दूसरी सफलता दिलाई। लेग स्पिनर कर्ण ने विलियम्सन को धोनी के हाथों स्टंप करा दिया। विलियम्सन का विकेट 101 के स्कोर पर गिरा जबकि शाकिब को ड्वेन ब्रावो ने 133 के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया।
दीपक हुड्डा तीन रन बनाने के बाद 17 वें ओवर की आखिरी गेंद पर लुंगी एनगिदी का शिकार बने। हैदराबाद का पांचवां विकेट 144 के स्कोर पर गिरा। पठान और ब्रैथवेट ने अंतिम तीन ओवर में 34 रन जोड़कर हैदराबाद को 178 तक पहुंचा दिया। ब्रैथवेट आखिरी गेंद पर शार्दुल ठाकुर का शिकार बने।
एनगिदी ने 26 रन पर एक विकेट, शार्दुल ठाकुर ने 31 रन पर एक विकेट, कर्ण शर्मा ने 25 रन पर एक विकेट, ब्रावो ने 46 रन पर एक विकेट और जडेजा ने 24 रन पर एक विकेट लिया।
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