दुनियाPosted at: Nov 6 2018 8:38AM मुझे मेरी इच्छा के विरुद्ध पाकिस्तान छोड़ना पड़ा: मुलूक
हेग 06 नवंबर (वार्ता) पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोपों का सामना कर रही क्रिश्चियन महिला आसिया बीबी के वकील सैफुल मुलूक ने कहा है कि उन्हें अपने जीवन की रक्षा के लिए नीदरलैंड भागना पड़ा और उन्हें नहीं पता है कि उनकी मुवक्किल इस समय कहां है?
श्री मुलूक ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा है कि मेरी इच्छा के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र ने मुझे पाकिस्तान से बाहर निकाला क्योंकि वहां मेरे जान को खतरा था। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भड़की इस्लामिक हिंसा को देखते हुए मैंने इस्लामाबाद में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों से संपर्क किया, तब वे लोग तथा इस्लामाबाद स्थित यूरोपीय देशों के राजदूतों ने मुझे तीन दिनों अपने पास रखा और मेरी इच्छा के विरुद्ध मुझे एक विमान में बैठा दिया।
उन्होंने कहा कि मुझे उग्र भीड़ से अपने जीवन की रक्षा के लिए पाकिस्तान छोड़ा क्योंकि मुझे अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता थी।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने 31 अक्टूबर को आसिया बीबी को ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था, जिसके खिलाफ चरमपंथी सड़कों पर उतर आए थे और आसिया बीबी को फांसी देने की मांग को लेकर भारी उत्पात मचाया था।