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लोकरुचि


मैं अरुणा ईरानी जैसी बनना चाहती हुं-संगीता घोष

मैं अरुणा ईरानी जैसी बनना चाहती हुं-संगीता घोष

इंदौर 7 मार्च (वार्ता) “हम हिंदुस्तानी” नामक धारावाहिक से महज दस वर्ष की आयु में अभिनय प्रारंभ करने वाली मॉडल और अभिनेत्री संगीता घोष ने कहा कि अरुणा ईरानी के साथ काम कर उनसे अभिनय की कई बारीकियां सींखी है।

मिनी मुंबई के नाम से जाने वाला इंदौर में अपने टीवी धारावाहिक दिव्य दृष्टि को प्रमोट करने पहुँची संगीता ने अरुणा ईरानी को अपना प्रेरणा स्त्रोत मानती है। उन्होंने कहा कि “देश में निकला होगा चाँद” धारावाहिक में अरुणा ईरानी के साथ काम करने के बाद मैंने तय किया कि मुझे उन्हीं की तरह ही बनना है।

‘देश में निकला होगा चाँद’ सहित एक दर्जन से अधिक टीवी धारावाहिक में काम कर चुकी संगीता आने वाले 'दिव्य दृष्टि' धारावाहिकक बारे में बताती है कि कई तरह के किरदार निभाने के बाद “दिव्य दृष्टि” में वे एक नकारात्मक किरदार में नजर आयेगी। मुख्य किरदार दिव्य और दृष्टि की कहानी वाले इस धारावाहिक में संगीता एक पिशाचिनी की भूमिका में नजर आने वाली है।

संगीता ने शो की कहानी के बारे में बताया कि नायरा बनर्जी और सना सईद द्वारा अभिनीत दिव्‍य और दृष्टि के पास अलग-अलग तरह की शक्तियां हैं, जो उन्‍हें खास बनाती हैं। हालांकि, उनकी किस्‍मत में कुछ और ही लिखा होता है और बचपन में ही दोनों बिछड़ जाती हैं।

जब शक्तियों की बात आती है तो वह उसी स्थिति में सबसे प्रबल होंगी जब दोनों साथ होंगे। इसलिये, हर पूर्णिमा की रात दोनों एक-दूसरे को ढूंढने के लिये निकलती हैं। भगवान शिव की तरह दृष्टि की तीसरी आंख है जोकि उसे भविष्‍य को देखने में मदद करती है। यह इस बात का प्रतीक है कि आगे क्‍या होने वाला है। दृष्टि को शिव भक्ति और आराधना के फल स्‍वरूप एक रौशनी नज़र आती है और वह इस सोच में पड़ जाती है कि इसका मतलब क्‍या है?

 

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