नयी दिल्ली, 01 अप्रैल (वार्ता) छह बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने कहा है कि वह 2021 में होने वाले टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने की पूरी कोशिश करेंगी लेकिन इसके लिए लेकिन यह देशवासियों के आशीर्वाद के बिना संभव नहीं है।
मैरीकॉम ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के फेसबुक लाइव कार्य़क्रम मेकिंग ऑफ ए चैंपियन के सत्र को संबोधित करते हुए यह बात कही। टोक्यो ओलंपिक का आयोजन इस वर्ष 24 जुलाई से नौ अगस्त तक होना था लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण इसे 2021 तक स्थगित कर दिया गया और अब ओलंपिक अगले वर्ष 23 जुलाई से आठ अगस्त तक आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा, “मैं ओलंपिक में स्वर्ण जीतने की पूरी कोशिश करूंगी लेकिन यह आप लोगों को आशीर्वाद के बिना संभव नहीं हो सकता। आप मेरे लिए प्रार्थना कीजिये।” यह कार्यक्रम उन खिलाड़ियों के लिए आयोजित किया गया जो कोरोना के कारण देश भर में लगे लॉकडाउन के दौरान अपने घरों या हॉस्टल में रह रहे हैं।
37 वर्षीय मैरीकॉम ने कहा, “मेरे पास सफलता के लिए कोई मंत्र नहीं है। मैं सिर्फ इतना ही कहूंगी कि मेहनत करें और जो काम कर रहे हैं उसे पूरी लगन के साथ करें। करियर में उतार-चढ़ाव चलता रहता है लेकिन आपको अपने सपने पूरे करने पर ध्यान केंद्रित रखना होगा।”
उन्होंने कहा, “मेरा मुक्केबाजी का सफर आसान नहीं था। राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक जैसे स्तर पर पहुंचना आसान नहीं था। लेकिन अगर आप में इच्छाशक्ति है और कुछ करने की चाहत है तो आप कुछ भी कर सकते हैं।”
मैरीकॉम ने कहा, “मेरा शुरुआती जीवन काफी कठिनाई में बीता। एक गरीब परिवार से आना काफी कठिन है। मैं अपने संघर्ष की बात बयां नहीं कर सकी और इसे याद भी नहीं करना चाहती।”
पिछले महीने जॉर्डन के अम्मान में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर्स में ओलम्पिक कोटा हासिल कर लौटने के बाद क्वैरेन्टाइन तोड़ने को लेकर उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। वह स्वेच्छा से अलग-थलग रह रही थी लेकिन उन्होंने उन्होंने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा आयोजित ब्रैकफास्ट में हिस्सा लिया था।
राज्यसभा सांसद मैरीकॉम ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए अपनी सांसद निधि से एक करोड़ और अपने एक महीने का वेतन देने की घोषणा की थी। उन्होंने लोगों को लॉकडाउन के दौरान घर में रहने की सलाह दी है।
मैरीकॉम ने कहा, “इंसान के लिए घर में रहना आसान नहीं है लेकिन हमारे पास यही एकमात्र रास्ता है। इस वायरस से लड़ने के लिए फिट रहना सबसे ज्यादा जरुरी है। हमें स्वार्थी नहीं होना है और यह नहीं सोचना है कि हम स्वस्थ हैं। हमें दूसरों की भी रक्षा करनी है।”
उन्होंने कहा कि जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो वह जल्द ही अपनी ट्रेनिंग शुरु करेंगी। गौरतलब है कि साई ने लॉकडाउन के दौरान एथलीटों के लिए ऐसे 20 से ज्यादा सत्र आयोजित करने की योजना तैयार की है।
शोभित राज
वार्ता