लाहौर, 25 जुलाई (वार्ता) पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अहसान मनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समिति की प्रभावशाली वित्तीय मामलों की समिति का प्रमुख चुने जाने के ठीक बाद वैश्विक क्रिकेट संस्था ने लाहौर में बायोमकैनिक लैब को अपनी मान्यता दे दी।
यह दिलचस्प है कि वर्ष 2009 में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में आतंकवादी हमले के बाद से ही पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट लगभग बंद है और उसे अपने घरेलू मैच तभी से संयुक्त अरब अमीरात में खेलने पड़ रहे हैं। इसके बावजूद आईसीसी ने लाहौर में अपनी बायोमैकेनिक्स लैब को मान्यता दे दी है।
लाहौर यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट साइंसेज़(एलयूएमएस) को आईसीसी से मान्यता मिल गयी है जो वैश्विक संस्था की दुनियाभर में छठी मान्यता प्राप्त लैब होगी। इससे पहले ब्रिसबेन, चेन्नई, कार्डिफ, लाफबोरो और प्रिटोरिया में आईसीसी की मान्यता प्राप्त लैब हैं। लंबे समय के बाद पीसीबी को इस लैब के लिये मान्यता मिली है जहां अब आधिकारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मैचों के लिये आधिकारिक रूप से गेंदबाज़ी टेस्ट कराये जा सकेंगे। पीसीबी के प्रबंध निदेशक वसीम खान ने कहा,“ एलयूएमएस स्थित बायोमैकेनिक लैब को मान्यता मिलना बड़ी बात है और पीसीबी के विश्व स्तरीय क्रिकेट संबंधी गतिविधियों के लिये सही दिशा में एक कदम है।”