नॉटिंघम, 01 जून (वार्ता) अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के मुकाबले में जिन दर्शकों को विश्वकप की टिकट मिलने में देरी हुई है उन्हें पूरा पैसा वापस लौटाने का प्रस्ताव दिया है।
टूर्नामेंट के प्रबंध विदेशक स्टीव एलवर्दी ने कहा कि जिन लोगों को टिकट मिलने में देरी हुई थी वह अपनी टिकट लेने के लिए लाइन में खड़े थे। कुल 1600 से 1700 लोग लाइन में थे। उन्होंने आईसीसी को टिकटमास्टर से विचार-विमर्श कर लोगों को घर से टिकट प्रिंट करने की सुविधा देने पर जोर दिया है।
उल्लेखनीय है कि कई दर्शकों ने ट्वीट कर यह शिकायत की थी कि एक वर्ष पहले से टिकट बुक कराने के बावजूद उन्हें टिकट नहीं मिले हैं जबकि आईसीसी ने सात लाख से ज्यादा टिकट का वितरण किया है।
एलवर्दी ने कहा, “हमें वितरण नहीं किए गए टिकट मिले थे। मैदान से हर रोज 400 से 500 लोग अपने टिकट ले रहे हैं लेकिन कई लोग अपने साथ चार-पांच लोगों को लेकर आते हैं इसलिए अचानक से टिकट लेने के लिए 1600 से 1700 लोग टिकट लेने के लिए लाइन में दिखे।”
उन्होंने कहा, “जाहिर है कि हमें दर्शकों की इस जरुरत को पूरा करना होेगा, इसके लिए हम तरीका खोज रहे हैं। हमें सभी दर्शकों को उनके टिकट देने हैं लेकिन इसमें देरी होने की एक वजह कई लोगों का एक साथ टिकट लेने के लिए आना भी है। हम इस मामले को सुलझाने पर काम कर रहे हैं।”
एलवर्दी ने कहा, “देरी के कारण जिन दर्शकों को टिकट हॉफ सीजन के बाद मिले उन्हें हम पूरा पैसा वापस देंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि पाकिस्तान 100 केआसपास के स्कोर पर ढेर हो गया। अगर स्कोर 200 पर तीन होता तो लोग काफी समय तक मैच देख सकते थे।”
संचालन परिषद ने मैच के बाद विज्ञप्ति जारी कर कहा, “आईसीसी ट्रेंट ब्रिज में टिकट की लाइन में खड़े दर्शकों से माफी मांगती है। हमने देरी के कारण 100 फीसदी पैसा वापस करने का प्रस्ताव दिया है। यह टिकट स्कैनर डाटा से सर्वचालित होकर अपने आप वापस आ जाएगा।”
उन्होंने कहा, “हम फिलहाल टिकटमास्टर के साथ इम मामले पर कार्य कर रहे हैं और हमने इन लोगों से आगे के मैचों में दर्शकों को ऐसी परेशानी नहीं हो इसके लिए ठोस कदम उठाने को कहा है। इसमें घर से ही टिकट प्रिंट करने की सुविधा भी शामिल है।”