खेलPosted at: Jan 12 2019 6:58PM पांड्या-राहुल विवाद पर इडुलजी-राय की राय अलग
नयी दिल्ली, 12 जनवरी (वार्ता) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) के सदस्य विनोद राय और डायना इडुलजी के बीच किसी मामले को लेकर मतभेद नये नही हैं और इस बार दोनों के बीच मतभेद हार्दिक पांड्या और लोकेश राहुल विवाद पर हो रही जांच को लेकर है।
सीओए की महिला सदस्य इडुलजी ने भारतीय क्रिकेटरों को लेकर प्रारंभिक जांच के तरीके पर सवाल उठाते हुये समिति के अध्यक्ष राय को ईमेल लिखा है। मीडिया रिपोर्टाें के अनुसार इडुलजी ने पांड्या-राहुल विवाद की प्रारंभिक जांच बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी से कराने पर असंतोष जताया है।
भारतीय क्रिकेटरों ने टीवी शो ‘कॉफी विद करण’ पर महिलाओं को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी जिसके बाद मामले की सुनवाई पूरी होने तक दोनों को निलंबित कर आस्ट्रेलिया दौरे से भी वापिस बुला लिया गया है। सीओए सदस्य इडुलजी ने राय को इस बाबत मेल भेजा है जबकि राय का मानना है कि जांच को दूसरे वनडे तक समाप्त करा लेना चाहिये क्योंकि देरी से टीम पर मानसिक दबाव बनेगा।
इडुलजी ने पत्र में लिखा,“हमें इस मामले में जल्दबाजी में जांच नहीं करानी चाहिये नहीं तो यह ‘कवर अप’ लगेगा।” पूर्व महिला कप्तान ने साथ ही कहा कि यदि प्रारंभिक जांच जौहरी से करायी जाती है तो सीओए को अालोचना झेलनी पड़ सकती है क्योंकि जौहरी खुद ही महिला यौन उत्पीड़न के आरोप झेल चुके हैं।
गौरलतब है कि हाल में ‘मी टू मूवमेंट’ के दौरान जौहरी पर उनके पूर्व कार्यस्थल की एक महिला ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये थे जिसपर सीओए ने स्वतंत्र जांच करायी थी। हालांकि कोई सबूत न मिलने पर जौहरी ने वापिस कार्यभार संभाल लिया।
सीओए प्रमुख ने इडुलजी के पत्र के जवाब में लिखा है कि दूसरे वनडे तक पांड्या-राहुल विवाद पर सुनवाई करा लेनी चाहिये अन्यथा टीम पर प्रभाव पड़ सकता है।