नयी दिल्ली, 29 नवंबर (वार्ता) आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की बदहाल कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि यदि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राजधानी की कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे हैं, तो अपने पद से इस्तीफा दे दें।
श्री केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि आज से 10 साल पहले दिल्ली के लोगों ने हमें स्कूल-अस्पताल निर्माण, बिजली-पानी और सड़कें ठीक करने की जिम्मेदारी दी थी। हमने स्कूल-अस्पताल अच्छे कर दिए। दवाइयां मुफ्त कर दीं, बिजली ठीक कर दी। हमने कई इलाकों में पानी ठीक कर दिया? कई इलाकों में बाकी है, उसे भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली की आधी जिम्मेदारी दिल्ली सरकार के पास है और आधी जिम्मेदारी केंद्र सरकार के पास है। दिल्ली की जनता ने भाजपा की केंद्र सरकार को दिल्ली वालों को सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी दी थी। कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी श्री शाह के कंधों पर आती है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में तेजी से दिल्ली की कानून-व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है। खासतौर से 2019 में, जब से अमित शाह गृह मंत्री बने हैं, तब से दिल्ली की कानून-व्यवस्था और खराब होती जा रही है। इनसे दिल्ली संभल नहीं रही है। दिल्ली की कानून-व्यवस्था का बहुत बुरा हाल हो गया है। आए दिन हत्या की घटनाएं हो रही हैं।
आप नेता ने कहा कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने हंगामा मचा रखा है और वह गुजरात के साबरमती जेल में बंद है। गुजरात में भाजपा की सरकार है। यह समझ नहीं आ रहा है कि लॉरेंस बिश्नोई वहां से दिल्ली में उगाही रैकेट कैसे चला रहा है? उन्होने कहा कि 26 अक्टूबर को बंबीहा गैंग ने पीतमपुरा में कारोबारी के घर के बाहर फायरिंग की, 10 करोड़ की रंगदारी मांगी गई। सात नवंबर को पश्चिम विहार में एक हाइपर मार्केट के बाहर शूटरों ने गोलीबारी की। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के नजफगढ़ में एक मोटर शॉप पर गोलीबारी की।
उन्होंने कहा, “दिल्ली के अंदर चल क्या रहा है? अमित शाह कर क्या रहे हैं? आखिर अमित शाह कहां हैं? पूरी दिल्ली को इन्होंने गिरोह को सौंप दिया है जैसे कि पूरी दिल्ली अब वही चला रहे हैं। इन्होंने दिल्ली का बुरा हाल करके रख दिया है। इनसे दिल्ली संभल नहीं रही है।”
उन्होंने आगे कहा कि श्री शाह को बताना पड़ेगा कि लॉरेंस बिश्नोई कौन हैं? क्या भाजपा ने लॉरेंस बिश्नोई को खुलेआम संरक्षण दे रखा है? वो साबरमती जेल से केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के अंदर अपना सारा काम चला रहा है। वह कैसे यह सब चला रहा है? उसको साबरमती के जेल के अंदर क्या-क्या सुविधाएं दी जा रही हैं? दिल्ली, कनाडा, अमेरिका और पूरी दुनिया के अंदर वो अपना कारोबार चला रहा है। क्या उसे भाजपा का संरक्षण मिला हुआ है? अमित शाह को जवाब देना पड़ेगा कि अपराधी इतना बेखौफ क्यों हो गए हैं?
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली के हर कोने से शूटआउट की खबरें आ रही हैं। नवंबर के पहले हफ्ते में 10 दिन के अंदर शूटआउट की सात घटनाएं हुई। कुछ तो शर्म करें, आप देश की राजधानी को चला रहे हो। दिल्ली में बढ़ते हुए अपराध का मुद्दा केवल एक राजनीतिक बहस का मुद्दा नहीं, बल्कि दिल्ली के आम आदमी की ज़िंदगी से जुड़ा मुद्दा है। दिल्ली की हर गली में अपराध हो रहा है और ये लोग इसमें व्यस्त हैं कि केजरीवाल को चुनाव नहीं जीतने देना है। उनपर झूठे आरोप लगाते रहना है। हमें उम्मीद है कि देश के गृहमंत्री संज्ञान लेंगे कि उनकी कोई जिम्मेदारी है। अगर वह कानून व्यवस्था नहीं संभाल पाते हैं तो अपने पद से इस्तीफा दे दें।
आजाद, यामिनी
वार्ता