खेलPosted at: Sep 20 2018 8:37PM खेल मंत्री से न्याय नहीं मिला तो अदालत जाऊंगा: बजरंग
नयी दिल्ली, 20 सितम्बर (वार्ता) राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता पहलवान बजरंग पुनिया ने गुरूवार को कहा कि देश के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न के लिए उन्हें यदि केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से न्याय नहीं मिला तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।
बजरंग ने खेल रत्न के लिए नजरअंदाज किये जाने पर अपनी नाराजगी जताते हुए यहां संवाददाताओं से कहा, “मेरी सारी उम्मीदें अब खेल मंत्री पर टिकी हैं कि वह मुझे न्याय देंगे। मैंने उनसे मिलने के लिए समय मांगा है और मुझे कल का समय मिला है। मैं उनसे पूछूंगा कि क्यों मुझे नजरअंदाज किया गया जबकि इस पुरस्कार के लिए मेरे सबसे ज्यादा अंक हैं। यदि मुझे खेल मंत्री से न्याय नहीं मिलता है तो मेरे पास अदालत में जाने के सिवा कोई चारा नहीं बचेगा।”
पहलवान बजरंग ने इस साल राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीते हैं। वह इस साल लगातार चार स्वर्ण पदक जीत चुके हैं और उन्हें खेल रत्न के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन चयन समिति ने भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली और विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता महिला भारोत्तोलक मीराबाई चानू के नाम की खेल रत्न के लिए सिफारिश की है।
बेंगलुरु में अपनी ट्रेनिंग छोड़कर दिल्ली आये बजरंग ने कहा, “जिन खिलाड़ियों को यह सम्मान दिया जा रहा है मुझे उनसे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन मेरा सवाल सिर्फ यही है कि मुझे और मेरी उपलब्धियों को नजरअंदाज किये जाने के पीछे क्या कारण है। क्या मेरी उपलब्धियां किसी से कम हैं।”