चेन्नई 09 सितंबर (वार्ता) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी-मद्रास) ने एक बार फिर ‘ओवरऑल’ और ‘इंजीनियरिंग’ दोनों में नंबर एक संस्थान का स्थान हासिल कर राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) में फिर से शीर्ष रैंक हासिल किया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को नयी दिल्ली में एनआईआरएफ 2021 के परिणामों की घोषणा की। आईआईटी-मद्रास को ‘ओवरऑल’ और ‘इंजीनियरिंग’ दोनों ही श्रेणियों में पहला स्थान हासिल हुआ है।
आईआईटी-मद्रास ने ‘ओवरऑल’ श्रेणी में लगातार तीसरे साल शीर्ष स्थान हासिल किया है तथा ‘इंजीनियरिंग’ श्रेणी में लगातार छठे वर्ष पहले नंबर पर रहा है। ‘रिसर्च इंस्टीट्यूशंस’ की नई लॉन्च की गई श्रेणी में, आईआईटी मद्रास को दूसरा रैंक दिया गया है। इस श्रेणी में यह पूरे देश में केवल भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु से पीछे है।
एनआईआरएफ रैंकिंग में भाग लेने वाले सभी संस्थानों को बधाई देते हुए श्री प्रधान ने कहा,“हमारे पास 50,000 शैक्षणिक संस्थान और उच्च शिक्षा में अध्ययनरत पांच करोड़ छात्र हैं। यह रैंकिंग अपरिहार्य है और जरूरी है।”
उन्होंने कहा,“इस साल, 6,000 संस्थानों ने भाग लिया। भविष्य में, लगभग सभी संस्थानों को आगे आना चाहिए।”
आईआईटी मद्रास को सितंबर 2019 में केंद्र सरकार ने ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ के रूप में मान्यता दी थी। प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में, आईआईटी मद्रास ने शिक्षा, अनुसंधान, विकास एवं अंतरराष्ट्रीयकरण के क्षेत्रों में अगले पांच, 10 और 15 वर्षों के लिए कुछ लक्ष्य निश्चित किया है। फरवरी 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईआईटी मद्रास के सैटेलाइट कैंपस का उद्घाटन किया था।
संजय जितेन्द्र
वार्ता