सुल्तानपुर,18 सितम्बर (वार्ता) पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद मेनका संजय गांधी ने कि 370 की आड में जम्मू कश्मीर में तीन परिवारों का ही सत्ता खेल चल रहा था।
श्रीमती गांधी ने बुधवार को यहाॅं कहा कि 70 वर्षों में कश्मीर के मसले पर किसी भी प्रधानमंत्री का साहस नहीं हुआ कि वह वहां से धारा 370 को हटाने का निर्णय ले लेते। उन्होंने गांव के लोगों को समझाते हुए कहा कि एक ही देश में दो कानून और दो संविधान लागू होना कितना सही है। हिंदुस्तान में लागू होने वाला कानून कश्मीर पर नहीं लागू होता था वहां की अपनी पुलिस होती थी, हिंदुस्तान में जहां विवाह की उम्र 18 से 21 वर्ष रखी गई है वहीं कश्मीर में नौ वर्ष की बच्चियों का विवाह करके उनके जीवन को बर्बाद किया जा रहा था।
उन्हाेंने कहा कि कश्मीर में पिछले 70 साल चले संघर्ष में 46000 से अधिक लोग मारे गए। कश्मीरी पंडितों को वहां से भगा दिया गया। उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया गया। कश्मीर पर तीन परिवारों ने अपना राज कर रखा था। तीनों परिवारों में से ही कोई ने कोई सत्ता पर काबिज होता था।
सुल्तानपुर के दो दिवसीय दौरे पर आयी श्रीमती गांधी ने भदैया ब्लाक के महेसुआ में सभा को सम्बोधित करते हुए ग्रामीणों से सीधा संवाद किया और उन्हें धारा 370 के फायदे और नुकशान की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंडित जवाहर लाल नेहरू की सरकार ने आजादी के बाद धारा 370 को अस्थाई रूप से लागू किया था। उस समय यह कहा गया था, कि कुछ दिनों में इसे हटा लेगे लेकिन 70 साल बीत गये उसे हटाया नहीं गया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि यदि धारा 370 से वहां पर शांति कायम नहीं हो सकी, कश्मीर का विकास नहीं हो सका, लोगों को रोजगार नहीं मिला ,देश के 160 कानून वहां लागू नहीं होते थे, तो उस धारा की क्या जरूरत है। इसी लिए श्री मोदी ने बड़े सलीके से बगैर शोर मचाए और लड़ाई कराए धारा 370 को वहां से हटाकर कश्मीर की जनता के साथ बड़ा न्याय किया है।
सं त्यागी
जारी वार्ता