खेलPosted at: Sep 16 2019 8:45PM नवीन ग्रीको रोमन के रेपेचेज़ मुकाबले में
नूर सुल्तान (कजाखस्तान), 16 सितम्बर (वार्ता) भारतीय ग्रीको रोमन पहलवानों के विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में निराशाजनक प्रदर्शन के बीच तीसरे दिन सोमवार को नवीन के 130 किग्रा वज़न वर्ग के रेपेचेज़ में पहुंचने से भारत के लिये हल्की सी उम्मीद जागी है।
130 किग्रा के ओलंपिक वर्ग में नवीन को क्वालिफिकेशन में क्यूबा के ऑस्कर पिनो हिंड्स ने 9-0 से पराजित किया। नवीन इस मुकाबले में कोई चुनौती पेश नहीं कर सके। पिनो ने इस वर्ग के सेमीफाइनल में ईरान के आमिर मोहम्मदअली को 6-2 से पराजित किया और फाइनल में पहुंच गये।
पिनो के फाइनल में पहुंचने के कारण नवीन को कांस्य पदक के लिये रेपेचेज़ में उतरने का मौका मिल गया है जहां पहले राउंड में उनका मुकाबला एस्तोनिया के हैकीनबी से होगा। नवीन यदि यह मुकाबला जीतते हैं तो फिर उन्हें किर्जिस्तान के मुराद रामोनोव से भिड़ना होगा। उस मुकाबले को जीतने की सूरत में वह कांस्य पदक की होड़ में जाएंगे।
60 किग्रा और 77 किग्रा ओलंपिक वर्ग में भारत की चुनौती समाप्त हो गयी है। गुरप्रीत सिंह ने 77 किग्रा के क्वालिफिकेशन में आस्ट्रिया के माइकल वागनेर को 6-0 से पराजित किया। लेकिन राउंड-32 में वह सर्बिया के विक्टर नेमेस से 1-3 से हार गये। विक्टर के इस वर्ग के क्वार्टरफाइनल में हारने के साथ गुरप्रीत की रेपेचेज़ में उतरने की उम्मीदें भी समाप्त हो गयीं।
60 किग्रा में मनीष की चुनौती भी समाप्त हो गयी। मनीष ने राउंड 32 में फिनलैंड के लॉरी जोहानस मेहोनेन को 11-3 से पराजित किया लेकिन प्री क्वार्टरफाइनल में उन्हें मालदोवा के विक्टर सियोबानू ने 10-0 से तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर हरा दिया। सियाबानू इसके बाद क्वार्टरफाइनल में हार गये और उनकी हार के साथ मनीष टूर्नामेंट से बाहर हो गये।
इससे पहले मनीष को 67 किग्रा, सुनील कुमार को 87 किग्रा और रवि को 97 किग्रा के ओलम्पिक वर्ग में हार का सामना करना पड़ा था जबकि गैर ओलम्पिक वर्ग में 55 किग्रा में मंजीत, 63 किग्रा में सागर कुमार, 72 किग्रा में योगेश और 82 किग्रा में एशियाई चैंपियनशिप के रजत विजेता हरप्रीत सिंह भी बाहर हो गए थे।
भारत ने इस साल अप्रैल में चीन में हुई एशियाई चैंपियनशिप में ग्रीको रोमन वर्ग में तीन रजत और एक कांस्य पदक जीतकर शानदार प्रदर्शन किया था। लेकिन विश्व चैंपियनशिप में ग्रीको रोमन पहलवानों ने खासा निराश किया। अभी तक इस वर्ग में भारत को कोई ओलंपिक कोटा नहीं मिला है।
राज प्रीति
वार्ता