राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 5 2019 9:10PM वाराणसी में लाखों श्रद्धालुओं ने की बाबा विश्वनानथ की पूजा
वाराणसी, 05 अगस्त (वार्ता) बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में सावन के तीसरे सोमवार एवं नागपंचमी के दुर्लभ संयोग पर विश्वप्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत तमाम शिवालयों में लाखों देशी-विदेशी श्रद्धालुओं ने पूजा, दर्शन एवं जलाभिषेक किये।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए रविवार शाम से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगनी शुरू हो गई थीं। सोमवार तड़के चार बजे मंगला आरती के बाद शिव भक्तों के दर्शन-पूजन एवं जलाभिषेक का सिलसिला शुरु हो गया था।
विश्वप्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट एवं शितला घाट पर गंगा स्नान एवं पवित्र जल लेकर श्रद्धालु करीब एक किलोमीटर दूरी पर स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक कर रहे हैं। इससे पहले उन्हें लंबी कतारों में घंटों खड़े अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर के आसपास बैरिकेडिंग की गई है। हालांकि, गत वर्षों की अपेक्षा इस बार भक्तों को कुछ कम परेशानी झेलनी पड़ रही है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) स्थित श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत तमाम शिवालयों में सुबह से देर शाम तक लाखों श्रद्धालुओं ने अपनी मनोकामना के साथ भगवान शंकर की पूजा की। बीएचयू में भी श्रद्धालुओं के सुगम पूजा-पाठ के लिए खास इंतजाम किये गए हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गंगा घाटों से लेकर मंदिरों तक सुरक्षा के खास इंतजाम किये गए हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी समेत पुलिस के कई आला अधिकारी कई संवदेनशील स्थानों पर खुद सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया और सुरक्षा कर्मियों को सर्तकता बरतने का निर्देश दिया। गंगा नदी में जल पुलिस के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) समेत कई स्वयंसेवी एवं धार्मिक संस्थाओं के लोग श्रद्धालुओं की मदद कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सादे पोशाक में पुलिस कर्मियों को तमाम प्रमुख स्थानों पर तैनात किया गया है। कांवड़ियों के आने-जाने वाले रास्तों एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन कैमरे एवं हेलीकॉप्टर से सुरक्षा निगरानी की व्यवस्था की गई है।
प्रमुख मंदिरों की ओर जाने वाले सड़कों पर यातायात सुगम बनाने के लिए सभी प्रकार के वाहनों पर प्रतिबंध लगाये गए हैं। उन्हें वैकल्पिक मार्गों के इस्तेमाल की सलाह दी गई है।
बीरेंद्र त्यागी
वार्ता