लखनऊ 25 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनन्दीबेन पटेल ने ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना‘ के शुभारम्भ को राज्य सरकार की सार्थक पहल बताते हुए कहा कि इस योजना के उद्देश्य अत्यन्त पवित्र हैं।
श्रीमती पटेल ने कहा कि यह योजना भ्रूण हत्या, लैंगिक असमानता समाप्त करने, बालिकाओं को समान अवसर उपलब्ध कराने व बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच पैदा करने में सहायक होगी। महिला सशक्तिकरण के प्रति राज्य सरकार की वचनबद्धता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’, इस दिशा में महत्वपूर्ण पहल है।
श्रीमती पटेल आज यहां लोक भवन में ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में महिलाओं के प्रति भेदभाव एवं हिंसा की प्रवृत्ति समाप्त करने की इच्छाशक्ति है, लेकिन इस सम्बन्ध में जागरूकता लाकर व एकजुट होकर प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि मेरे लिए यह अन्तयन प्रसन्नता का विषय है कि आज मुझे राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की बेटियों के भविष्य को उज्जवल बनाने की मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का शुभाम्भ करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
उन्होंने इस योजना को शुरु करने के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी। उन्होंने धनतेरस एवं दीपावली की बधाई देते हुए कहा कि इस पावन पर्व पर प्रदेश की बेटियों के लिए यह योजना लागू होना निश्चय ही प्रदेश सरकार की एक नई पहल और सार्थक कदम है। हमारी बेटियों के लिए यह योजना वरदान साबित होगी । उन्होंने कहा कि खुशी की बात है सरकार कन्या के जन्म से लेकर उसकी स्नातक में प्रवेश लेने तक धन की व्यवस्था करेगी।
श्रीमती पटेल ने कहा कि इस योजना का उद्देश्यय बडा पवित्र है। उन्होंने कहाकि जब बेटिया पेढ़ेगी तो देश भी आगे बढ़ेगा। समाज में गांव और शाहरों में लोगों के नजरों में बलदाल लाना होगा। हमें अपने प्रयासों को एकजुट करना होगा और अपनी उर्जा को एत्र करके इसका उपयोग करना होगा। आज के अवसर पर में महिलाओं देश की आधी आबादी है। नारी शक्ति, देवी सरुपा में पृथ्वी पर हर व्यवक्ति एक सा भाग्य नहीं लेेकर आता हालांकि मैं भाग्य और हाथों की लकीरों पर विश्वास नहीं करती हाथ हमारा है तो लकीरें भी हमी खिचेंगे बनायेंगे। जब सावित्री यमराज से सत्यवान को वापस ला सकती है तो महिलाआएं अपने परिवार में खुशी क्यों नहीं ला सकती।
त्यागी
जारी वार्ता