गांधीनगर, 29 अगस्त (वार्ता) रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और जाने माने उद्योगपति मुकेश अंबानी ने आज कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप अगले पांच साल में पांच खरब (ट्रिलियन) डालर वाली अर्थव्यवस्था बन कर इस मामले में विश्व के शीर्ष तीन देशों में शुमार हो जायेगा।
श्री अंबानी ने आज यहां पीडीपीयू के दीक्षांत समारोह में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दो ट्रिलियन डॉलर की थी और उसके बाद पिछले पांच वर्ष में इसके लगभग एक ट्रिलियन डॉलर का इजाफा हो गया। अगर यह हो सकता है तो हम क्यों नहीं इसमे अगले पांच साल में दो ट्रिलियन डॉलर और जोड़ सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में अपने संबोधन में श्री अंबानी ने कहा, ‘बिल्कुल, मुझे विश्वास है कि भारत ऐसा कर सकता है और करेगा। नयी पीढ़ी इसमें देश की मदद करेगी।’
उन्होंने कहा कि भारत केवल संख्या के लिहाज से ही आगे नहीं बढ़ेगा बल्कि अब हमारे पास मानव इतिहास की तीव्रतम प्रगति के साथ ही प्रत्येक नागरिक को अच्छी गुणवत्ता वाला जीवन देने का अवसर भी है। मेरी नजर में नये भारत की जो तस्वीर उभरती है उसमें लोगों के लिए बेहतर भोजन, शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा, आधारभूत संरचनाएं और पर्यावरण दिखता है।
उन्होंने कहा कि अवसरों को वास्तविकता में बदलने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक नयी तकनीकों की क्रांतिकारी ताकत है। आज भारत इसी नयी तकनीक की पीठ पर सवार होकर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने भारत के डिजीटल रूपांतरण और प्रधानमंत्री की डिजीटल योजना की तारीफ करते हुए इसे अभूतपूर्व और अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि दो से तीन साल के भीतर भारत मोबाइल डाटा खपत के मामले में विश्व में पहले नंबर पर आ गया है। चार साल पहले यह 155 वे नंबर पर था। अगले दो साल में भारत कृत्रिम बुद्धिमता (एआई), ब्लॉकचेन, क्लाउड कम्प्यूटिंग और अन्य तकनीकों को अपनाने में भी नंबर एक पर होगा और इनका इस्तेमाल किसानों की आय दोगुनी करने तथा छोटे व्यापारियों और उद्यमियों को मदद करने और देश के शहरों और गांवों को स्मार्ट बनाने में भी किया जायेगा।
श्री अंबानी ने यह भी कहा कि आज भारत की 63 प्रतिशत आबादी 35 साल से कम उम्र के युवाओं के लिए है जिसके चलते देश में तकनीकी विकास और स्टार्ट अप आदि के लिए अपार अवसर हैं।