नयी दिल्ली,19 अक्टूबर (वार्ता) राजधानी में 21 अक्टूबर को होने वाली 11वीं एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन में भारतीय धावकों में खिताब के प्रबल दावेदार गोपी टी का कहना है कि भारत एथलीट तकनीक मामले में अभी काफी पीछे है और इसमें सुधार करने की जरूरत है।
एशियाई मैराथन चैंपियन गोपी टी ने शुक्रवार को यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में कहा, “हाफ मैराथन में 60 मिनट से कम का समय निकलने के लिए भारतीय धावकों को अभी लम्बा सफर तय करना पड़ेगा और इसके लिए काफी मेहनत की जरूरत है। हमें लगातार हाई एल्टीट्यूड पर ट्रेनिंग करनी होगी, बेहतर सप्लीमेंट्स लेने होंगे और नयी तकनीक का इस्तेमाल करना होगा।”
2015 के बाद दूसरी बार दिल्ली हाफ मैराथन में हिस्सा लेने जा रहे केरल के धावक ने कहा, “दरअसल हमें अपनी तकनीक को सुधारना होगा। कोई भी नयी तकनीक भारत में 10 साल बाद जाकर आती है और तब तक हम काफी पिछड़ जाते हैं। केन्या और इथोपिया के एथलीट अमेरिका में ट्रैंनिंग करते हैं इसलिए तकनीक के मामले में वे हमसे बेहतर हो जाते हैं।”
सेना में कार्यरत गोपी का हाफ मैराथन में 64.55 मिनट का सर्वश्रेष्ठ समय है और वह मानते हैं कि यदि रविवार सुबह दिल्ली का मौसम अच्छा रहा तो वह कोर्स रिकॉर्ड बना सकते हैं। गोपी ने साथ ही कहा कि उन्होंने बेंगलुरु में कड़ी ट्रेनिंग की है और उन्हें उम्मीद है कि वह यहां खिताब जीतेंगे।
गोपी को मुकाबले में गत भारतीय चैंपियन नितेन्दर सिंह रावत से कड़ी चुनौती मिलेगी। दोनों ने इस साल टाटा मुंबई मैराथन में रोमांचक रेस की थी जहां गोपी ने आखिरी 200 मीटर में नितेन्दर को पछाड़कर जीत हासिल की थी।
रावत पिछले फरवरी के बाद अपनी पहली रेस दौड़ने जा रहे हैं और उनका भी मानना है कि यदि मौसम अच्छा रहता है तो वह भी कोर्स रिकॉर्ड बना सकते हैं।
भारत की इस एकमात्र गोल्ड लेवल हॉफ मैराथन में इस बार 34000 से अधिक धावक हिस्सा लेंगे। दो लाख 80 हजार डॉलर की इस प्रतियोगिता में एलीट और एमेच्योर हाफ मैराथन, ग्रेट दिल्ली रन, 10 किलोमीटर दौड़, सीनियर सिटीज़न दौड़ और चैंपियंस विद डिसएबिलिटी दौड़ होगी।