काठमांडू, 10 दिसंबर (वार्ता) भारत ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों में रिकॉर्डतोड़ कामयाबी हासिल करते हुए इन खेलों के इतिहास में पदकों के लिहाज से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाला है। भारत ने खेलोंं के अंतिम दिन मंगलवार को 10 स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीता। 10 दिन तक चले इन खेलों का दशरथ रंगशाला स्टेडियम में रंगारंग समापन समारोह के साथ समापन हो गया।
भारत ने इन खेलों में 174 स्वर्ण, 93 रजत और 45 कांस्य पदक सहित कुल 312 पदक जीते। भारत ने पिछले दक्षिण एशियाई खेलों में 189 स्वर्ण सहित कुल 309 पदक जीते थे। भारत ने कुल पदक संख्या के लिहाज से अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया।
भारत के बाद मेजबान नेपाल 51 स्वर्ण, 60 रजत और 95 कांस्य पदक सहित 206 पदकों के साथ दूसरे तथा श्रीलंका 40 स्वर्ण, 83 रजत और 128 कांस्य पदक सहित 251 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर है।
मुक्केबाजी में छह स्वर्ण: भारत ने अंतिम दिन मुक्केबाजी में सात फाइनल में छह स्वर्ण पदक जीत लिए। भारत ने इस तरह मुक्केबाजी में 12 स्वर्ण, तीन रजत और एक कांस्य सहित कुल 16 पदक जीते। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण विजेता विकास कृष्णन (69), पिंकी रानी (51) स्पर्श कुमार (52), नरेंदर (+91), सोनिया लाठर (57), मंजू बम्बोरिया (64) ने स्वर्ण जीते। वरिंदर सिंह (60) को फाइनल में हारने के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा। भारत को एक कांस्य पदक भी हाथ लगा।
स्क्वैश में स्वर्ण और रजत: भारत ने स्क्वैश प्रतियोगिता के महिला वर्ग में स्वर्ण और पुरुष वर्ग में रजत पदक जीता।
बास्केटबॉल में दोनों स्वर्ण : भारत ने बास्केटबॉल में पुरुष और महिला दोनों वर्गों में स्वर्ण पदक जीते। पुरुष टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 101-62 से हराया जबकि महिला टीम नेपाल को 127-46 से हराया।
जूडो में स्वर्ण : भारत ने जूडो की मिक्सड स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया।
राज, शोभित
वार्ता